Eksandeshlive Desk
पलामू : 108 एंबुलेंस कर्मचारी अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से हड़ताल पर चले गए। मांगों पर जोर डालने के लिए सभी कर्मियों ने सदर अस्पताल परिसर में एम्बुलेंस लगाकर धरना प्रदर्शन किया। कर्मियों की हड़ताल से मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है। बताते चलें कि पलामू जिले में 108 एंबुलेंस कर्मचारियों की संख्या 100 से अधिक है, जबकि पूरे राज्य स्तर पर 2500 के आसपास है। पलामू समेत पूरे राज्य के कर्मी हड़ताल पर हैं। धरना के दौरान कर्मियों ने कहा कि 8 घंटे की जगह 12 घंटे ड्यूटी कराकर उनका शोषण किया जाता है। इतने घंटे का वेतन भी नहीं दिया जाता है। मानसिक रूप से प्रताडित, स्पष्टीकरण, निलंबन, नई बहाली के लिए अवैध वसूली की जाती है। कई तरह के लाभ से वंचित रखा जाता है। पूरे राज्य में 108 एम्बुलेंस सेवा का संचालन सम्मान फाउंडेशन की ओर से किया जा रहा है, लेकिन यह संस्था राज्य सरकार और श्रम विभाग के निर्धारित नियमों एवं श्रम कानूनों का खुलेआम उल्लंघन करते चल रही है।
उनकी मांगों में सेवारत कर्मचारियों का सेवाकाल अवधि 60 वर्ष करने, 26 जून 2025 को संस्था की ओर से दिए गए समझौता पत्र की सभी बिन्दुओं को तत्काल लागू करने, बिचौलियों को हटाते हुए एनएचएम की ओर से कर्मचारियों को वेतन भुगतान करने, निलंबित कर्मचारियों को तत्काल सेवा में बहाल करने एवं पूर्व के भ्रष्ट अधिकारियों को तत्काल सेवा से मुक्त करने सहित अन्य शामिल है। इधर, सम्मान फाउंडेशन संस्था की ओर से हड़ताल पर गए सभी कर्मियों को जिला एम्बुलेंस नियंत्रण अधिकारी (एसीओ) के कार्यालय में चाबी सौंपने का निर्देश दिया गया है। संस्था ने यह भी कहा है कि जो कर्मी हड़ताल से लौटना चाहते हैं, उनका स्वागत है। अगर हड़तालकर्मी जानबूझ कर 108 आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा को बलपूर्वक रोकते हैं, मरीजों को रेफरल सेवा न देते हैं, डयूटी पर तैनात कर्मियों को कार्य करने से रोकते हैं तो उनके खिलाफ कानूनन कार्रवाई की जायेगी। मौके पर शंभू रविदास, ललन चौधरी, पंकज कुमार, दिलीप कुमार ठाकुर, ओमप्रकाश गुप्ता, गौरव कुमार, अनुज कुमार पासवान, नारद मुणि चौधरी, राहुल चौधरी, सरजू सिंह समेत अन्य शामिल थे।