sunil verma
रांची: राजभवन के समक्ष आक्रोशपूर्ण विरोध मार्च को संबोधित करते प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि इस आक्रोशपूर्ण विरोध मार्च का मकसद जनता का ध्यान हमारे लोकतंत्र के सामने मौजूद खतरनाक स्थिति को बताना है। उन्होंने कहा कि प्रश्न यह है कि संसद में युवकों ने विरोध क्यूं किया, वह बेरोजगारी के विरोध में यह कदम उठाया। यही हाल देश के अन्य युवाओं का है। क्योंकि प्रत्येक वर्ष 02 करोड युवाओं को रोजगार देने का वादा कर सत्ता में आयी, मोदी सरकार उन्हें रोजगार नहीं दे पा रही है। आजाद भारत के इतिहास में यह पहली घटना है जब विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित किया गया। यह लोकतंत्र पर एक धब्बा है और देश के लिए एक राष्ट्रीय अपमान है। क्योंकि हिन्दुस्तान ही लोकतंत्र की जननी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार संसद की मयार्दा लोकतंत्र की मयार्दा दोनों को ताक पर रख दिया है। संसद को सत्तापक्ष का अखाड़ा बनाने का षडयंत्र रचा जा रहा है। मोदी सरकार ने संविधान, लोकतंत्र और संसद को खतरे में डाल दिया है। संसद की सुरक्षा चूक पर सत्ता पक्ष खामौश है और कारवाई विपक्ष के सांसदों पर हो रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ये नहीं चाहती है कि सदन चले। लोकतंत्र में जनता से जुड़े मुद्दे पर सवाल हो। हम सब विपक्ष के नेता व कार्यकर्ता एक साथ खड़े हैं यह लड़ाई नफरत और मोहब्बत की बीच की लडाई।। जितनी वो नफरत फैलायेंगे उतना गठबंधन मोहब्बत फैलायेंगा। वित्त मंत्री मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि संसद सुरक्षा में जो चूक हुई उस पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को सदन में बयान देना चाहिए। यही लोकतंत्र की प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि बयान नहीं देना यह सदन का अपमान है। प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष बन्धु तिर्की ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती है कि देश में बहुदलयीय लोकतंत्र हो। उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि संसद में सुरक्षा की चूक कैसे हुई। कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि युवक संसद में कैसे पहुंच गए और जिनके अनुशंसा पर वो सब संसद में पहुंचे उनपर कारवाई क्यूं नहीं हो रही है। इससे भाजपा के नीयत और नीति साफ पता चलती है। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष अनादि ब्रह्म, विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, प्रदेश महासचिव सह मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा, संगठन महासचिव अमुल्य नीरज खलखो, रवीन्द्र ंिसंह, संजय लाल पासवान, केशव महतो कमलेश, विनय सिन्हा दीपू, सुरेन्द्र सिंह, अमरेन्द्र सिंह, कमल ठाकुर, डॉ राकेश किरण महतो, रमा खलखो, गुंजन सिंह, नेली नाथन, केदार पासवान, राजेश सिन्हा सिन्नी, पिंकी सिंह, निरंजन पासवान, चंचल चटर्जी, कामेश्वर गिरी, सुरेन राम, बशिष्ट लाल पासवान, राजू राम, हर्ष, सुन्दरी तिर्की, अजय सिंह, अजय जैन, छोटू सिंह, प्रेम कुमार, अख्तर अली, हुसैन खान, मो सफार, मो इम्तियाज अहमद, अनिता सिन्हा, संगीता टोपो, पूजा देवी, पार्वती सिंह, नीतू देवी, मेरी तिर्की, शिव टहल राम सहित सैकड़ो कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल थे।