Ranchi: 60-40 हक मार नियोजन नीति को वापस कर खतियान आधारित नियोजन नीति लागू करने, जनसंख्या के अनुपात आरक्षण रोस्टर जारी करने और सभी खाली पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन लगातार कई आंदोलन कर रही है. सरकार की तरफ से अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं लेने के विरोध में आंदोलन को तेज करते हुए जेएसएसयू संथाल परगना ईकाई द्वारा 31 मार्च की शाम संथाल परगना के सभी 6 जिला मुख्यालयों में मशाल जुलूस और 1 अप्रैल 2023 को संपूर्ण संथाल परगना बंद करने का घोषणा किया है.
झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के देवेन्द्र नाथ महतो ने संथाल परगना के सभी गाड़ी संचालकों, दुकानदारों, शिक्षण संस्थानों, व्यवसायियों से दुकान बंद कर आंदोलन को सफल बनाने में सहयोग करने की अपील की गई है. साथ ही यह भी जानकारी दी है कि बंदी से एंबुलेंस, दूध गाड़ी और आवश्यक सेवाएं बंद से मुक्त रहेगी.
आंदोलन सफल होगा
छात्र नेता ने कहा कि संथाल परगना की धरती वह आंदोलन की धरती है. 1857 के पूर्व अंग्रेजों के शोषण, अत्याचार, जुर्म, जमीनदारी प्रथा, सूदखोरी प्रथा के खिलाफ हुल क्रांति हुआ था. लंबे समय बाद संथाल परगना फिर से अपने हक अधिकार को लेकर आंदोलन करने निकले हैं. निश्चित ही आंदोलन एतिहासिक सफल होगा.