राहुल अपनी सदस्यता बचाने पहुंचेंगे सूरत कोर्ट, बहन प्रियंका समेत ये नेता रहेंगे साथ

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राहुल गांधी आज सूरत कोर्ट पहुंचेंगे. साल 2019 में राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा था कि “आखिर कैसे सभी चोरों का नाम सरनेम मोदी है”. राहुल ये भाषण कर्नाटक के कोलार में 13 अप्रैल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान दे रहे थे. इसी मामले को लेकर सूरत के निचली अदालत ने मानहानी मामले में राहुल गांधी को 23 मार्च को दो साल की सजा सुनाई गई थी. इसके बाद 24 मार्च को उनकी लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी थी.

ये नेता रहेंगे साथ

आज (3 अप्रैल) को राहुल शेसन कोर्ट में सीजीएम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करने पहुंचेंगे. राहुल के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी और तीन राज्यों के मुख्यमंत्री भी पहुंचेंगे. जिसमें राजस्थान के अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल और हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का नाम है, इन तीनों के अलावा राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी सूरत में मौजूद रहेंगे.

23 मार्च को इस मानहानि मामले पर सुनवाई के बाद राहुल को 2 साल की सजा हुई थी. हालांकि, जमानत मिलने के साथ ही उनकी सजा को 30 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था. इसका सीधा मतलब यह निकल रहा है कि फैसला आने के 30 दिन के भीतर अगर राहुल को ऊपरी कोर्ट से राहत नहीं मिलती है तो उन्हें जेल जाना पड़ सकता है.

राहुल की लीगल टीम कोर्ट पहुंच चुकी है. जो सजा के खिलाफ अपील करेगी और बेल के लिए भी एपलिकेशन देगी. वहीं, राहुल 2 बजे के करीब कोर्ट पहुंच सकते हैं. राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान जो बयान दिया था. उस बयान पर आपत्ति जताते हुए बीजेपी विधायक और गुजरात सरकार में पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने शिकायत दर्ज की थी. सूरत में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) एचएच वर्मा की अदालत ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाया था.