Eksandeshlive Desk
रामगढ़ : रामगढ़ शहर के बाजारटांड़ में एक ठेकेदार धनंजय कुमार सिंह के अपहरण कांड पर एसपी अजय कुमार ने नया खुलासा किया है। रविवार को संवाददाता सम्मेलन में एसपी ने बताया कि अपहरणकर्ता अमित ने वर्ष 2017 में धनंजय कुमार को दो लाख रुपये दिए थे। इतनी मोटी रकम उसने अपनी बहन की परीक्षा पास कराने के लिए धनंजय को दी थी। क्योंकि धनंजय ने उसे शिक्षा विभाग में अच्छी पैठ होने की बात कही थी। जब उसकी बहन परीक्षा पास नहीं कर पाई, तब अमित ने धनंजय से दो लाख रुपये मांगने शुरू किये। पिछले आठ वर्षों में जब धनंजय ने उसे वह रुपये नहीं दिए, तब अमित ने अपहरण और फिरौती मांगने की योजना बनाई।
रामगढ़ शहर के बाजारटांड़ में कुलदीप साहू के घर में वह किराए पर रुका। यहां सांडी निवासी रवीश मुंडा के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई। रवीश मुंडा कोयला का कारोबारी था। इसीलिए धनंजय को इन लोगों ने कारोबार का ही झांसा दिया। 18 जनवरी को जब धनंजय रामगढ़ पहुंचा तो रवीश और अमित ने उसे इस किराए के मकान में बंधक बनाकर रखा। इस दौरान उसकी कनपटी पर बंदूक तानी। पहले तो उसके मोबाइल से एक लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करने की कोशिश की गई। लेकिन नहीं होने पर 50 हजार रुपये फोन पे के माध्यम से ट्रांसफर किये गये। साथ ही नकद चार हजार रुपये भी उन लोगों ने छीन लिए। इस दौरान धनंजय को नशे का इंजेक्शन भी दिया गया, ताकि कुछ दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराया जाए।
धनंजय कुमार को कमरे में बंद कर अमित और रवीश जब बाहर निकले तो किसी तरह धनंजय ने अपना हाथ रस्सी से बाहर निकाला। इसके बाद मुंह पर लगे टेप को हटाया और खिड़की से राह चलते लोगों से मदद मांगी। शोर सुनकर लोगों ने सूचना पुलिस को दी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वह अपराधी घर के बाहर ही मौजूद था। रवीश और अमित को पुलिस ने मामले में गिरफ्तार किया है। अपराधियों के पास से पुलिस ने नाइन एमएम पिस्टल, छह जिंदा गोली, नशीला इंजेक्शन बरामद किया है।