शिक्षकों को विभिन्न समस्याओं का सामना निडर पूर्वक करना चाहिए : अजीत गोराई

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Eksandeshlive Desk

सरायकेला : झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ सरायकेला खरसावां जिला इकाई का वार्षिक सम्मेलन -सह- सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान समारोह एवं वनभोज का आयोजन रविवार को खड़काई नदी किनारे गंजिया वॉराज के समीप नदी किनारे किया गया। इस कार्यक्रम में संगठन के संस्थापक सदस्य सुधीर चंद्र महाकुड, संगठन के राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका संध्या प्रधान, संस्थापक सदस्य बैद्यनाथ महतो, सुवल चंद्र महाकुड, बैद्यनाथ बेरा जिला अध्यक्ष माणिक हांसदा जिला प्रधान सचिव अमित कुमार महतो, गम्हरिया प्रखंड अध्यक्ष सच्चिदानंद चौधरी ने सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर संगठन के जिला उपाध्यक्ष अजीत गोराई ने संगठन एवं शिक्षकों की समस्याओं पर विस्तार पूर्वक अपने बातों को रखा। गोराई कहा कि शिक्षकों को विभिन्न समस्याओं का सामना निडर पूर्वक करना चाहिए। उन्होंने कहा संगठन शिक्षकों की हर समस्याओं के निदान के लिए सदैव तत्पर है। सम्मेलन में शिक्षकों की गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने राज्य सरकार के अन्य कर्मियों की भांति शिक्षकों को भी MACP का लाभ देने, सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष करने हेतु उचित पहल की करते हुए JHAROTEF द्वारा चलाए जा रहे हैं हस्ताक्षर अभियान में संगठन का पूर्ण समर्थन करने का निर्णय लिया गया। जिला प्रधान सचिव अमित कुमार महतो ने अपनी बातों को रखते हुए कहा कि वर्तमान में शिक्षकों के संगठित होने की जरूरत है। संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए शिक्षकों को जीवन में संगठन के कार्यों को भी प्राथमिकता की सूची में रखना चाहिए। संगठन है, तो शिक्षकों का विभिन्न समस्याओं का निदान आसानी से हो जाता है। महतो ने कहा सभी शिक्षक संगठन पर भरोसा और विश्वास बनाए रखें संगठन को लिखित में अपनी समस्याओं से अवगत कराएं संगठन आपको भरोसा दिलाता है कि 24 घंटे के अंदर समस्या के ऊपर उचित पहल करने का कार्य करेगी।

कार्यक्रम में JHAROTEF के जिला कोषाध्यक्ष हरे कृष्णा महतो ने एकता में ही बल है पर जोर दिए एवं सभी को एकत्रित होकर शिक्षक संवर्ग के सभी समस्याओं के निदान हेतु आगे आने को कहा। उन्होंने सभी शिक्षकों को एवं अन्य कर्मियों के विशेष मांगों पर चलाए जा रहे JHAROTEF के हस्ताक्षर अभियान के साथ जुड़ने की अपील की। संगठन के सभी फाउंडर सदस्यों ने अपने बातों को रखते हुए संगठन के पूर्व इतिहास एवं वर्तमान में संगठन के कार्यों पर अपनी बातों को रखा। इस संबंध में अपना बातों पर रखते हुए पूर्व जिला अध्यक्ष -सह- पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सुधीर चंद्र महाकुड ने कहा कि संगठन का एक गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। इसको याद करते हुए शिक्षकों की हर समस्या का समाधान संगठन के पदाधिकारी प्राथमिकता के करेंगे। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका संध्या प्रधान ने शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं शिक्षक संगठन किस तरह शिक्षकों को विद्यालय में अपनी शैक्षणिक महलों में सुधार करने में सहायता करता है। इसके संबंध में अपने अनुभवों को सभी के साथ साझा किए। उन्होंने संगठन में रहकर किस तरह सेवानिवृत्ति के बाद भी शिक्षा के क्षेत्र में कार्य को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर से किया जा सकता है इस संबंध में विस्तार पूर्वक अपने बातों को रखा।

सभा को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष मानिक हांसदा ने संगठन की मजबूती एवं आगामी रणनीति पर अपने बातों को रखा। इस कार्यक्रम में मंच संचालन सुधाकर ठाकुर के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न प्रखंड से आए हुए 31 सेवा निवृत्ति शिक्षकों को माला पहनाकर अंग वस्त्र प्रदान करते हुए उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। गम्हरिया प्रखंड अध्यक्ष सच्चिदानंद चौधरी ने सभी शिक्षकों एवं संगठन के पदाधिकारी को धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा कीए। इसके बाद सभी शिक्षकों ने वनभोज में स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लिए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से नरेंद्र नाथ महतो, परमेश्वर सिंह सरदार, मनमोहन कुमार, जवाहरलाल महतो, धरम सिंह उरांव, दीनबंधु सिंह पात्र, विभीषण महतो, भानु प्रताप मांझी, सागर महतो, बलराम टुडू, अजीत गिरी, दिनेश कुमार महतो, दाखिन हेम्ब्रम, सामू माझी, ममता झा, नमिता दास, उदित गोराई, राजीव रंजन, गुरु प्रसाद महतो, शशिकांत कुमार गुप्ता, नवीन माझी, कपिल देव महतो, कृष्ण चंद्र साव आदि सैकड़ो शिक्षकों ने भाग लिया।