शहीद धर्मभक्त नेशनल किडनी ट्रांसप्लांट सेन्टर ने दक्षिण एशिया में सर्वाधिक सफल प्रत्यारोपण कर रचा नया इतिहास

Ek Sandesh Live Health

आशुतोष झा

काठमांडू: काठमांडू के भक्तपुर स्थित शहीद धर्मभक्त नेशनल किडनी ट्रांसप्लांट सेन्टर ने पूरे दक्षिण एशिया में सर्वाधिक सफल प्रत्यारोपण कर नया इतिहास रच दिया है। इस प्रत्यारोपण केन्द्र के चेयरमैन डॉ० पुकार चन्द्र श्रेष्ठ ने एक संक्षिप्त बातचीत में बताया है कि अब तक 1600 से भी अधिक सफल किडनी ट्रांसप्लांट उनके सेन्टर ने किया है। नेपाल ही नहीं भारत के भी मरीज़ उनके सेन्टर में इलाज करा चुके हैं। शहीद धर्मभक्त नेशनल किडनी ट्रांसप्लांट सेन्टर को इस कार्य के लिए नेपाल सरकार रियायती दर पर पैसा देती है। सभी सुविधाओं से युक्त इस सेंटर में ट्रांसप्लांट के मरीजों के लिए भर्ती होने से लेकर प्रत्यारोपण के बाद की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। सेन्टर के प्रत्येक प्रभाग में सक्षम डॉक्टरों की टीम सेवा दे रही है।

डॉ० पुकार चन्द्र श्रेष्ठ ने अपने सेन्टर का अवलोकन कराते हुए दिखाया कि किस प्रकार नेपाल के सर्वश्रेष्ठ किडनी ट्रांसप्लांट सेन्टर में मरीजों को किडनी देने वाले उनके परिवार के सदस्य की भी भरपूर तरीके से देखभाल की जाती है और उनकी भी डॉक्टरों की दक्ष टीम एवं मेडिकल सहायकों द्वारा उचित देखभाल की जाती है। डॉ० पुकार चंद श्रेष्ठ को कई राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। श्रेष्ठ ने कहा कि यदि भारत के मरीजों को ट्रांसप्लांट करने की अनुमति उनके सेन्टर को भारत सर‌कार से प्राप्त होती है तो वे काफी कियायती दर पर भारत के जरूरतमंदों को उच्चस्तरीय सेवा प्रदान करने में भी सक्षम हैं। उन्होंने बताया कि पहले उनके सेन्टर ने पटना, इ‌लाहाबाद, दिल्ली, मुंबई, लखनऊ सहित अन्य भारत के राज्यों से आए मरीजों का सफल किडनी ट्रांसप्लांट किया है। बाद में काठमांडू स्थित भारतीय राजदूतावास ने भारत के किडनी ट्रांसप्लांट के लिए आए मरीजों को इनके परिवार के सद‌स्यों या अन्य बंधुओं का नाता प्रमाणीक‌र‌ण करने से मना कर दि‌या तो उन्हें मजबूरन भारत के मरीजों को नकारना पड़ा। डॉ० श्रेष्ठ का कहना है कि भारत में ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों को बीस से पच्चीस लाख देना पड़ता है वे मात्र चार लाख पचार हजार भारतीय रूपए में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा भारत के जरूरतमंदों को पहुंचा सकते हैं। उनके ट्रांसप्लांट सेन्टर के एक दर्जन से भी अधिक सक्षम डॉक्टरों की टीम ने काठमांडू स्थित भारतीय राजदूतावास के संबद्ध अधिकारियों को नाता प्रमाणीकरण का कार्य मानवीयता के आधार पर भारत के मरीजों के भले के लिए शीघ्र प्रारंभ करने की सलाह दी है।