Eksandeshlive Desk
रांची: झारखंड सरकार के पूर्व ऊर्जा मंत्री लालचंद महतो ने आज प्रेस वार्ता में कहा कि मेडॉल स्कैंस एंड लैब्स प्राइवेट लिमिटेड ने पैथोलॉजी जांच के नाम पर 250 करोड़ से अधिक का घोटाला किया है. रघुवर दास के कार्यकाल में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा राज्य के गरीबों का इलाज में सहायता के लिए मेडॉल स्कैन्स एंड लैब्स प्राइवेट लिमिटेड को राज्य के 12 जिलों में पैथोलॉजी जांच का काम निविदा के आधार पर मिला था. मेडॉल कंपनी ने जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम में राज्य के माताओं और शिशु के जीवन के साथ खिलवाड़ किया है. अतिआवस्यक HBSAG जांच को नहीं किया गया है. जबकि फर्जी बिल के आधार भुगतान ले लिया गया है. उदाहरण के तौर पर जुलाई 2017 में मेडॉल स्कैंस एंड लैब्स के द्वारा रांची में स्वास्थ्य जांच कैंप लगाया गया था . जिसमे हजारों की संख्या में मरीजो का पहचान पत्र (आधार कार्ड, hii राशन कार्ड) धनबाद के लोगो का है. धनबाद की दूरी रांची से 165 किलोमीटर है . रांची के कैंप में इतनी बड़ी संख्या में धनबाद के लोगो की उपस्थिति दिखाना असंभव है. कंपनी ने 12 जिलों में 96 प्राइवेट फ्रेंचाइजी में भी बड़े पैमाने में गड़बड़ी किया है. मेडॉल ने फ्रेंचाइजी का काम अपने अधिकारियों के सगे संबंधियों को 25 प्रतिशत कमीशन के अधिकार पर दिया है. सिविल सर्जन और प्राइवेट फ्रेंचाइजी की भी इस भ्रष्टाचार में बड़ी भूमिका है. मेडॉल जिन 12 जिलों में काम कर रही है, वे जिले संविधान के पांचवी अनुसूची के अंतर्गत आते है. मैं समझता हूं कंपनी ने आदिवासी बहुल क्षेत्रों में कुकृत्य कर राज्य की जनता के साथ विश्वासघात किया है.
पूर्व मंत्री ने लालचंद महतो ने मीडिया से कहा कि मेडॉल कंपनी पर कड़ी कारवाई के लिए उन्होंने महामहिम राज्यपाल, माननीय मुख्यमंत्री, राज्य के मुख्य सचिव एवं स्वास्थ्य सचिव को पत्र भी लिखा है. इस संबंध में मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर कर मेडॉल कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर कंपनी का डाटा सीज करने की मांग करेंगे, ताकि डाटा में किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं हो सके .