बैंक ऑफ इंडिया में केवाईसी कराने को लेकर ग्राहकों की उमड़ रही है भारी भीड़

360° Ek Sandesh Live

केवाईसी की वजह से आम लोगों सहित बूढ़े बुजुर्ग खाताधारियों को पेंशन का पैसा नही मिलने से हो रही है परेशानी

अजय राज
प्रतापपुर(चतरा): प्रतापपुर प्रखंड स्थित बैंक ऑफ इंडिया में इन दिनों केवाईसी को लेकर मारा मारी मचा हुआ है। पिछले लगभग एक महीने से केवाईसी कराने को लेकर खाताधारी बैंक पहुंच कर जरूरी दस्तावेज जमा कर रहे हैं तथा फ्रीज हुए खाता से निकासी की वाट जोह रहे हैं। लोगों का कहना है की केवाईसी का फॉर्म तथा जरूरी कागजात जमा करने के बाद बैंक कर्मियों के द्वारा एक से दो दिन में खाता चालू हो जाने की बात तो जरूर की जाती है परंतु 10 –10 दिन 15 –15 दिन यहां तक की दो -दो बार तीन -तीन बार केवाईसी फॉर्म देने के बावजूद खाता चालू नही किया जा रहा है। कइयों का तो यहां तक कहना है की केवाईसी के लिए ऑपरेटर आदि के द्वारा 100–150 रुपए लिए जा रहे हैं और उनका तुरंत केवाईसी कर दिया जा रहा है परंतु जो लोग महीना भर पहले या 15 दिन पहले फॉर्म जमा कराएं है उनका केवाईसी नही हुआ है। लोगों का कहना है की यह समय शादी विवाह का लग्न का है। साथ हीं तीज त्योहार आदि भी है ऐसी स्थिति में खाता फ्रीज होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चे की पढ़ाई के लिए पैसे भेजने हों, खेती बारी के लिए पैसे निकालने हों या शादी विवाह आदि की खरीदारी करनी हो खाता बंद होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई बूढ़े बुजुर्ग महिला पुरुष ने अपना दुःख बयान करने हुए कहा की हम गरीब के लिए पेंशन हीं एक सहारा है उस पर भी खाता बंद होने से कुछ समझ में नही आ रहा है की कैसे क्या करें। केवाईसी में देरी सहित अन्य बातों को लेकर जब शाखा प्रबंधक सतीश कुमार सिंह से जानना चाहा तो उन्होंने बताया की बैंक ऑफ इंडिया प्रतापपुर शाखा में लगभग एक लाख से भी ज्यादा खाताधारी हैं। प्रखंड में एक मात्र सरकारी बैंक होने की वजह से तथा पर्याप्त बैंक कर्मी नही होने की वजह से बैंक कर्मियों पर काफी दबाव होता है। उन्होंने आगे बताया की कुल 18 हजार खाता पर केवाईसी लगा हुआ था जिसमे से लगभग फिफ्टी परसेंट केवाईसी पूरा कर लिया गया है तथा जल्द हीं बाकी बचे लगभग 9 हजार लोगों का केवाईसी पूरा कर लिया जाएगा। केवाईसी आदि में पैसे आदि की बात बे बुनियाद है। सभी बैंक कर्मी अपना काम ईमानदारी और जिम्मेवारी से कर रहे हैं।