sunil verma
रांची: बच्चों के बीच स्वस्थ मन और खुश बचपन हो इसी उद्देश्य को लेकर विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अंतर्गत बाल और किशोर मनोचिकित्सा केंद्र (सीसीएपी) , केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान (सीआईपी) की ओर से साप्ताहिक समारोह का आयोजन किया गया। जो कि 3 से 10 अक्टूबर तक चला । मौके पर संस्थान के निदेशक प्रो. (डॉ.) बासुदेब दास ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर लोगों के संबोधित किया तथा बच्चा वार्ड के टीम को इस कार्यक्रम के लिए सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष का थीम मानसिक स्वास्थ्य एक सार्वभौमिक मानव अधिकार था। थीम अनुरूप इस कार्यक्रम का विषय मन मंत्र- स्वस्थ मन, खुश बचपन था। इस कार्यक्रम का मुख्य केंद्र बिंदु लोगों में जागरूकता अभियान और मनोरंजक गतिविधि था। कार्यक्रम की शुरूआत एक्सप्रेस योरसेल्फ दिवस के साथ हुई। जिसमें विभिन्न अद्वितीय चित्रों के माध्यम से बच्चों ने कला और रंगों के माध्यम से खुद को अभिव्यक्त किया साथ ही साथ जूनियर डॉक्टर और छात्रों ने भी चित्र और कला में अपनी सक्रिय भूमिका दिखाई। अगले दिन योग पर सत्र दिवस था जहां बच्चों के साथ-साथ अभिभावक भी सक्रिय रूप से योग में शामिल हुए और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के महत्व पर प्रकाश डाला। तीसरा सत्र आभारी होना दिवस पर एक बहुत ही विशेष दिन था। बच्चों ने कार्डबोर्ड और रंगीन कागजों से रचनात्मक आभार प्रकट किए और फिर उन्हें एक ऐसी चीज से भर दिया जिसके लिए वे आभारी थे। उन्होंने हमारे दैनिक जीवन में कृतज्ञता के अभ्यास के महत्व की सराहना की। अगला दिन लेट्स मेक ए मूव दिवस, सभी बच्चे उत्साहपूर्वक जुम्बा सत्र में शामिल हुए और वार्ड को अपनी हर्षित ऊर्जा से भर दिया। पांचवें दिन हमारे पास जागरूकता दिवस था, जहां छात्रों की मदद से बच्चों ने पालन-पोषण की प्रथाओं पर एक नाटक खेला और फिर अभिभावकों ने सक्रिय रूप से इस पर अपने विचार व्यक्त किए और अपने बच्चों की भलाई में पालन-पोषण के महत्व को अपनी भूमिका स्वीकार किया। साथ ही साथ मूवी स्क्रीनिंग दिवस पर सभी लोगों को “मोगली” फिल्म दिखाई गई इसके बाद वेल-बीइंग दिवस मनाया गया। हमारे रोजमर्रा के जीवन में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डाला गया और माता-पिता ने भी मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण के बारे में अपने अनुभव और समझ साझा की। अंत में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर मेगा इवेंट आया और बच्चों द्वारा मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर विभिन्न पोस्टर लेकर बच्चा वार्ड से निदेशक कार्यालय तक मार्च पास्ट किया गया। इस अवसर पर बच्चा वार्ड के प्रभारी प्रोफेसर (डॉ.) निशांत गोयल ने पूरे कार्यक्रम की उपयोगिता के बारे सभी को संबोधित किया और माता पिता के भूमिका के महत्वपूर्ण पहलुओं को शेयर किया। संस्थान के निदेशक ने सभी रोगियों उनकी देखभाल करने वालों और बच्चा वार्ड की पूरी टीम को इस अनोखा कार्य के लिए शुभकामनाएं दी। बच्चा वार्ड की पूरी टीम का नेतृत्व अपर्णा, खुशबू और विधि के साथ-साथ डॉ. शिल्पी और डॉ. शिवानी ने किया ।