NUTAN
लोहरदगा: ऐक्टू का 25 जुलाई 24 से 08 अगस्त 24 तक 15 दिवसीय देश ब्यापी अभियान एवं 09 अगस्त 24 (भारत छोड़ो आन्दोलन दिवस) को-जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन के तहत गुलामी के चार कोड रद्द करने,दमनकारी 3 नए आपराधिक कानून रद्द करने, वैधानिक न्यूनतम मजदूरी 35000 ₹ और पेंशन 1,000 ₹ घोषित करने,न्यूनतम मजदूरी को सख्ती से लागू करने,12 घंटे कार्य दिवस नहीं,पी एफ की राशि जमा नहीं करने वाले मालिकों को 50% फाइन के साथ पी एफ की राशि जमा करवाने ,खाद्य एवं सामाजिक सुरक्षा मजबूत बनाने, खाद्य समेत सभी आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों एवं बढ़ती बेरोजगारी,छँटनी व बंदी पर लगाम लगाने, सभी रिक्त पदों पर परमानेन्ट बहाली, ठेका/आउटसोर्सिंग प्रथा पर लगाम लगाने, नियमितीकरण,समान काम का समान वेतन व लाभ की गारंटी, मानदेय/प्रोत्साहन भत्ता स्कीम वर्करों को मजदूर की मान्यता,वैधानिक न्यूनतम वेतन और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी,मनरेगा में न्यूनतम 200 दिनों का काम व 600 ₹ प्रतिदिन मजदूरी तथा शहरी रोजगार गारंटी कानून बनाने, बेलगाम निजीकरण पर रोक, एन एम पी(राष्ट्रीय मुद्रीकरण नीति ) तथा नया बिजली बिल और स्मार्ट प्री- पेड़, बिजली मीटर योजना वापस लेने,नयी पेंशन योजना वापस लेकर पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, एम एस पी की कानूनी गारंटी देने की मांग को लेकर लोहरदगा में विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसका नेतृत्व ऐक्टू के राज्य सचिव महेश कुमार सिंह ने किया। विरोध प्रदर्शन में काफी संख्या में आउटसोर्सिंग कर्मिगण शामिल हुए।