बीएयू एग्रोटेक किसान मेला में 28 किलो का कोहड़ा आकर्षण का केंद्र रहा

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sunil Verma
रांची: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित एग्रोटेक किसान मेला 2025 में हर दिन लोगों की भीड़ उमड़ रही है। तीन दिवसीय मेले में बड़ी संख्या में किसान और आम लोग पहुंच रहे हैं। मेले में कुल 120 स्टॉल लगाए गए हैं। जिसके माध्यम से खेती-बाड़ी की आधुनिक तकनीक से लेकर किसानों द्वारा उत्पादित फलों, सब्जियों, फूलों और बोनसाई पेड़ों की भी प्रदर्शनी लगाई गई है। हर वर्ष की तरह इस बार भी मेले में बीएयू के उद्यानिकी विभाग द्वारा प्रगातिशील किसानों के बीच एक प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता को जीतने के लिए सब्जी उत्पादक किसानों में होड़ लगी हुई है। दो वर्ष से लगातार शिमला मिर्च और कद्दू-कोहड़ा सेगमेंट में पुरस्कार जीतने वाले पिठोरिया ब्लॉक के किसान मोहम्मद आलिम अंसारी कहते हैं कि बेहद सावधानी से कोहड़ा का रख-रखाव करना पड़ता है। पिछली बार 34 किलो का कोहड़ा मेले में लाया था। इसके लिए पिछली बार उन्हें पुरस्कार भी मिला था। इस बार मो आलिम अंसारी 28 किलो का कोहड़ा लेकर मेले में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार वह कोहड़ा के अलावा शिमला मिर्च, सफेद कोहड़ा और कद्दू लेकर आये हैं। एग्रोटेक किसान मेले में चार किस्म के आलू लेकर पहुंचे बोड़ैया के किसान मधु साव कहते हैं कि जो लोग सब्जियां नहीं उगाते हैं वही यह कहते हैं कि इसमें बहुत मुनाफा होता है। जबकि सच्चाई यह है कि आज सब्जी उत्पादक किसान बबार्दी के कागार पर हैं। सरकार को सब्जियों के लिए बाजार उपलब्ध कराना चाहिए। वहीं अनगड़ा से आये एक प्रगतिशील किसान मो। शाहनवाज ने कहा कि अब समय है कि किसान होशियारी से खेती करें। वह पहले से ही यह अनुमान लगा लें कि जिस सब्जी को वह अभी लगा रहे हैं जब वह तैयार होगी तब उसकी कीमत कितनी होगी। बाजार में क्या रेट मिलेगा। एग्रोटेक किसान मेला -2025 में वेटनरी कॉलेज द्वारा लगाए गए स्टाल में पशुपालकों को खुरहा,मुंह चिपका बीमारी, उसके लक्षण और बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं। वहीं बीएयू के अभियंत्रण विभाग की ओर से कृषि में तकनीक को बढ़ावा देने के लिए कई मशीनें प्रदर्शित की गई हैं।