Eksandesk Desk
चुरचू /हजारीबाग: चुरचू प्रखंड अंतर्गत चुरचू पंचायत के कुलुवाटोंगरी गांव में रविवार को अचानक हुई तेज बारिश और बज्रपात की घटना ने ग्रामीणों को स्तब्ध कर दिया। बज्रपात की चपेट में आकर गांव के दो किसानों के तीन मवेशियों की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, गांव निवासी फागुन राम का एक बैल और नागो करमाली की दो गायें कुलुवाटोंगरी स्थित कटहल के पेड़ के पास खड़ी थीं। अचानक मौसम में बदलाव हुआ और तेज गर्जना के साथ बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए मवेशी पेड़ के नीचे खड़े हो गए, लेकिन उसी दौरान तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी और तीनों मवेशी उसकी चपेट में आ गए। घटना इतनी अचानक और तेज थी कि मवेशियों को संभालने का कोई मौका नहीं मिला।
ग्रामीणों के अनुसार, बिजली गिरने की आवाज काफी तेज थी और पूरी घटना कुछ ही क्षणों में घट गई। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे। पशुपालकों ने बताया कि मवेशियों की मृत्यु से उन्हें भारी आर्थिक क्षति हुई है। फागुन राम का बैल उसकी खेती के मुख्य साधनों में एक था, वहीं नागो करमाली की दोनों गायें दूध उत्पादन का प्रमुख स्रोत थीं। पीड़ित किसानों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि अगर समय रहते कोई व्यवस्था होती या पेड़ों के नीचे मवेशियों को बांधने की आदत न होती, तो इस तरह की घटना रोकी जा सकती थी। चुरचू पंचायत के मुखिया और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। साथ ही, उन्होंने प्रशासन से मांग की कि प्राकृतिक आपदा में हुए नुकसान की भरपाई के लिए शीघ्र मुआवजा दिया जाए। इस घटना से ग्रामीणों में भय और चिंता का माहौल है। गांव के बुजुर्गों ने बताया कि इस वर्ष यह पहली बड़ी आकाशीय बिजली की घटना है, और आने वाले समय में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता है।