Eksandeshlive Desk
रांची: मसूड़ों में दर्द एक ऐसी ही समस्या है जो दांतों की ठीक से देखभाल न करने के कारण होती है। मसूड़ों की समस्या का पहले पता नहीं चलता है, लेकिन कुछ समय बाद मसूड़ों में दर्द शुरू हो जाता है, जो काफी परेशानी देता है। इसलिए मसूड़ों में सूजन के कारण और इलाज के बारे में जानना बहुत जरूरी है। उक्त बातें एमके एडवांस डेंटल हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर एम सिबगतुल्लाह ने कहीं। वह सोमवार को कडरू पिट्रोल पंप के सामने अपने हॉस्पिटल में पत्रकारों से बात चीत के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि मसूड़ों की बीमारी की पहली अवस्था को ह्लमसूड़े की सूजनह्व कहा जाता है।अगर पहली स्टेज में सही तरीके से इलाज न किया जाए तो यह एक गंभीर रूप ले सकती है, जिसे ह्लपीरियोडोंटाइटिसह्व कहा जाता है। ह्लपीरियोडोंटाइटिसह्व में, मसूड़ों की बीमारी हड्डी के साथ-साथ दांतों को भी प्रभावित करती है और दांतों को ढीला कर देती है। अगर मसूढ़े में घाव हो जाए तो उसका इलाज भी जरूरी है, क्योंकि शुरूआती दौर में दर्द बहुत कम होता है, लेकिन समय के साथ दर्द और भी बढ़ जाता है। यदि आपको दांतो से सम्बंधित कोई भी समस्या है।
आपको अपने डॉक्टर के पास जाने के लिए लक्षणों के दिखने तक नहीं रूकना चाहिए। आपको साल में कम से कम दो बार डॉक्टर के पास जाने से आम तौर पर उन्हें कोई लक्षण नजर आने से पहले ही समस्या हो सकती है। यदि आप दंत स्वास्थ्य समस्याओं के निम्नलिखित चेतावनी संकेतों में से किसी का अनुभव करते हैं, तो आपको जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से मिलने का समय लेना चाहिए। दांत, मसूढ़ा से संबंधित किसी भी तरह की परेशानी हो तो इस नो 9036741595 पर संपर्क कर सलाह ले सकते हैं। इसके लिए कोई चार्ज नहीं लगता है।