धर्म स्थापित करने के लिए राम का होता है अवतरण: संत शुभम जी महाराज

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अशोक वर्मा

मोतिहारी: भारत देश की आत्मा प्रभु श्रीराम है। संपूर्ण विश्व के राजा प्रभु श्री राम ही है। प्रभु श्री राम हमेशा ही अधर्म पर धर्म की विजय हेतु अवतार धारण किया है। उक्त प्रवचन ब्रह्मलीन योगीराज श्री देवराहा गुरुकुल आश्रम में चल रहे 53 वा सद्गुरु महायज्ञ एवं संगीतमय श्री राम कथा के विराम दिवस के दिन अयोध्या धाम से पधारे संत शुभम जी महाराज ने कहा। आज के नवम दिवस के कथा का व्यास पूजन माल्यार्पण और विधिवत दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ श्री राम कथा के आजीवन सहयोगी कृष्ण कुमार ज्वेलर्स और समाज सेविका निशा गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया। आश्रम अध्यक्ष विनय कुमार शर्मा ने बताया कि ठीक 12 बजे पुजारी अचार्य शशि रंजन पांडे एवं ओमप्रकाश पांडे ने राम दरबार का पट खोलकर दिव्य दर्शन कराया और जय श्री राम के जय घोष के साथ भए प्रगट कृपाला दीन दयाला भजन के साथ दिव्य झांकी आश्रम परिसर में घूमते हुए कथा पंडाल में बिठाई गई। आज के राम नाम संकीर्तन के यजमान डॉक्टर प्रणव प्रियदर्शी रहे। सचिव डॉक्टर जय गोविंद प्रसाद ने कहा कि श्री राम कथा राम नाम संकीर्ण और यज्ञ हवन के साथ भक्ति भाव के साथ पूर्णाहुति हुई। सभी संतों का यज्ञ कमेटी के द्वारा अंग वस्त से स्वागत सम्मान किया गया। आश्रम की ओर से राम जन्मोत्सव के अवसर पर महा भंडारा का आयोजन हुआ जहां हजारों हजार की संख्या में भक्तों में प्रसाद पाया। आरती के साथ यज्ञ संपन्न हुआ। मौके पर मेयर प्रीति कुमारी, उप मेयर डा.लाल बाबू प्रसाद ने उपस्थित भक्तों को रामनवमी की बधाई दी। यज्ञ को सफल बनाने में छटू प्रसाद, अमित कुमार, विक्की कुमार, रंजीत कुमार यज्ञ संयोजक राम भजन, दिलीप केसरी ,पप्पू कुमार, देवेंद्र पाठक कन्हैया प्रसाद अधिवक्ता, चंद्रशेखर प्रसाद ,राजीव कुमार, रंजन कुमार, कृष्ण कुमार आदि लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।