नवजात एवं शिशु रोग विशेषज्ञ अपने विचारों को साझा करेंगे
Raju Chauhan
धनबाद: शुक्रवार को बब्बल सीपीएपी पर प्री कांफ्रेंस कार्य शाला का आयोजन किया गया। जिसमे दिल्ली मे डा. कुमार अंकुर, हैदराबाद से डा. कलीम वेंकट रेड़ी, कोलकाता से डा. विजन साहा एवं रांची से डा. राजेश कुमार ने कार्यशाला प्रशिक्षक के रूप में नवजातों के सांस रोग से संबंधित समस्याओं’ एवं उनके निवारण में सीपीएपी की भूमिका एवं संचालन हेतु झारखण्ड तथा बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से आए शिशु रोग हिशेषज्ञों को प्रशिक्षण दिया। 4 और 5 नवंबर को नवजात एवं शिशु रोग संबंधित विभिन्न मुद्दों पर झारखण्ड के नवजात एवं विशु रोग विशेषज्ञ अपने विचारों को साझा करेंगें। साथ ही इसमें पीआर क्विज एवं पोस्टर प्रेजेंटेशन भी आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर आयोजन के संयोजक शिशु रोग विश्व विशेषज्ञ डा. यू. एस.प्रसाद ने कहा कि इस सम्मेलन के देश के बड़े बड़े चिकित्सा विज्ञान के विशेषज्ञ सम्मिलित हो रहे हैं। अध्यक्ष डा. नित्यानन्द ने कहा कि बच्चों ने होने वाली जटिल बीमारियों पर देश विदेश मे हो रही चिकित्सा पद्धति पर नई शोधों अनुसंधान पर विस्तार से चर्चा होगी। आयोजन समिति के सचिव एस एनएमएमसीएच के शिशु रोग विभाग के विभागाध्या डा. अविनाश कुमार ने सभी राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों के शोध पत्र एवं व्याख्यान के बारे में विस्तार से बताया। उन सभी चीजों से चिकित्सको के कार्यक्षमता ऐप अद्यतन विशेषज्ञता मे बढ़ोतरी होगी जो कि विभिन्न रोगों के बेहतर इलाज में मददगार साबित होगा।