दुर्गा पूजा में प्रथम पुरोहित के रूप में बालेश्वर पांडा ने कराई थी पूजा
Amit Ranjan
सिमडेगा/कोलेबिरा: कोलेबिरा प्रखंड के लचरागढ़ में 1956 से दुर्गा पूजा मनाई जा रही है। इसका आयोजन लचरागढ़ स्थित धर्मशाला में होता है। दुर्गा पूजा सर्वप्रथम राम सहाय अग्रवाल, बैजनाथ साहू, लोचन साहू, गुंजन राम अग्रवाल, परना सिंह आदि के द्वारा शुरू की गई थी। दुर्गा पूजा में प्रथम पुरोहित के रूप में बालेश्वर पांडा ने पूजा कराई थी। लचरागढ़ में झालदा के मूर्तिकार द्वारा मां दुर्गा व अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा बनाई जाती थी। इसके बाद प्रत्येक साल दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाया जाता है।1982 में नवयुवक संघ का गठन किया गया। गठन के बाद नवयुवक संघ द्वारा ही दुर्गा पूजा का आयोजन पिछले 42 वर्षों से की जा रही है।वर्तमान में पूजा समिति के मुकेश अग्रवाल,नीतीश अग्रवाल, मनीष सिंगोदिया,राम अवतार अग्रवाल,पवन अग्रवाल,राजेश अग्रवाल, संजय अग्रवाल,रिकी अग्रवाल,प्रभात सेठिया आदि द्वारा दुर्गा पूजा का सफल आयोजन किया जाता है। इस बार दुर्गा पूजा के अवसर पर भव्य पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। महानवमी के दिन माता जागरण और साथ ही विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया है। बंगाल के मूर्तिकार निरंजन द्वारा माता दुर्गा सहित अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं का निर्माण किया गया। नवयुवक संघ दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल,उपाध्यक्ष नितीश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष रिकी अग्रवाल, सचिव मनीष सिंगोदिया, संरक्षक राजेश अग्रवाल, राम अवतार अग्रवाल, संजय अग्रवाल, पवन अग्रवाल, आनंद जैन, प्रताप कोठारी, रमेश अग्रवाल, नंदकिशोर अग्रवाल, सदास्य विवेकानन्द, गौतम जैन, कृष्ण अग्रवाल, सुभाष अग्रवाल, अंकित अग्रवाल, प्रताप कोठारी, मनीष सिंह गोदिया, दिनु बगड़िया, नरेश अग्रवाल और समिति के सदस्य गण है।