Eksandeshlive Desk
रांची: सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बिजुपाड़ा चान्हो में आज विवेकानंद जयंती सह पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजन किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त सह समाजसेवी डॉ परमेश्वर भगत शामिल हुए । इन्होंने अपने संबोधन में विवेकानंद का जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विवेकानंद का जन्म 12-01-1863 को कलकत्ता में हुआ था। इनकी जयंती को भारत में प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में मनाया जाता है। बचपने में ही पिता के गुजर जाने के बाद स्वामी विवेकानंद पर ही पूरी घऱ की जिम्मेदारी आ गयी। विपरीत और कठिन परिस्तिथियों में भी नरेंद्र सेवा भावी और दूसरो की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। स्वामी ने 25 वर्ष की आयु पूरे भारतवर्ष की यात्रा की और युवाओं को जागृत करने का काम किया। उन्होंने कर्म, योग राजनीति, शिक्षा, धर्म और सनातन का पाठ पूरे भारतवर्ष को पढ़ाया। श्री भगत ने बच्चों को विवेकानंद जी का जीवनी से प्रेरणा लेने को कहा और अच्छी संगति में रहकर नशा जैसी बुराई को छोड़ते हुए एक लक्ष्य निर्धारित कर अपनी पढ़ाई को पूरा करें और अपनी मंजिल को हासिल करें।