एक BMW बेस मॉडल कार की कीमत करीब 50 लाख रुपए है. लेकिन अगर एक पदार्थ आपके पास हो तो उसके कीमत में आप 160 BMW की कार खरीद सकते हैं. उससे Bentley Flying Spur V-8 मॉडल की 48 कार खरीद सकते हैं.
ऑडी ई ट्रोन जीटी मॉडल की 47 कार खरीद सकते है. 160 TOYOTA FORTUNER LEGENDER ले सकते हैं. इस पदार्थ के एक लीटर की कीमत इतनी है कि उतने पैसे में आप 137 किलो सोना और 10309 किलो चांदी खरीद सकते हैं. 2666 रॉयल एनफील्ड इंटरसेप्टर मॉडल की बाइक ले सकते है अगर आपके घर Swift Desire कार है तो वैसी 727 कार खरीद सकते हैं. 10666 नई स्पेन्डर बाइक खरीदा जा सकता है.
अगर हीरे की कीमत से तुलना किया जाए तो इतने पैसे में आप 12307 कैरट हीरा खरीद सकते हैं. आपको लग रहा होगा क्या है वो पदार्थ जो इतना मंहगा होता है. हम बताते हैं. वो पदार्थ है बिच्छू का जहर. अरे हां वाईस एसिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक बिच्छू के एक लीटर जहर की कीमत है 80 करोड़ रुपए. इस जहर के एक ग्राम की कीमत 7 लाख रुपए है.
बिच्छू के जहर से बनता है दवाई
बिच्छू के जहर का उपयोग दवाई बनाने में होता है. एक ग्राम जहर से करीब 20,000 से 50,000 तक एंटीवेनोम (विषरोधक) डोज बनाया जा सकता है. साथ ही इस जहर से एंटीबायोटिक दवाई और पेन किलर भी बनाया जाता है.
इस जहर का इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्टस् को बनाने में भी किया जाता है.
कैसे निकाला जाता है बिच्छूओं का जहर
चलिए अब ये समझते हैं कि इन बिच्छूयों से जहर कैसे निकाला जाता है. बिच्छूओं का ब्रिडींग लैब या फार्म में इन बिच्छूयों को एक छोटे चिमटे के मदद से बॉक्स से बाहर निकाला जाता है.
उसके बाद उसे हल्के बिजली के झटके दिए जाते हैं जिससे उसका जहर उसके पूंछ से बाहर आ जाता है. उस जहर के एक बूंद को जमा किया जाता है. फिर उसे जमाया जाता है. उसके बाद उस जहर को पाउडर में तब्दील किया जाता है. उसके बाद उसे बेचा जाता है.
अब जरा सोचिए कि अगर आप ये काम करते तो आज आप करोड़पति होते. लेकिन एक दिक्कत है. भारत में बिच्छू पालना और उसके जहर की खरीद-बिक्री करना मना है. तो आप इस बारे में ना सोचे तो ही अच्छा रहेगा आपके लिए. हालांकि, स्पेशल मामले में आपको सरकार से अनुमति मिल सकती है. जैसे अगर आपको दवाई बनाने को या कंपनी को सप्लाई करने या देश के बाहर निर्यात करने के लिए अनुमति मिल सकती है.
इस जहर के इस्तेमाल का एक दूसरा पहलू भी है. जहां इस जहर से लोग नशा करते हैं. सबसे ज्यादा इस जहर का नशा पाकिस्तान के लोग करते हैं. इस जहर से अलग-अलग तरीके से नशा किया जा सकता है. पहला बिच्छू को मार के उसे सुखाया जाता है. फिर उसे तंबाकू में मिलाकर फूंका जाता है. दूसरा तरीका जिसमें जिंदा बिच्छू को जलते कोयले पर रख के उसके जलते हुए धुएं को खिंचा जाता है. नशे के लिए सबसे ज्यादा बिच्छू की पूंछ की मांग होती है क्योंकि सबसे ज्यादा जहर पूंछ में होता है.
इस जहर से जो नशा होता है उसका असर करीब 10 घंटों तक रहता है. चेहरा लाल हो जाता है. इसका नशा करने वाले लोग बताते हैं कि इस जहर का नशा गांजे के नशा से भी अधिक होता है.
लेकिन इससे नशा का दुश्प्रभाव भी है. इस जहर के नशा करने से आप अपना याददाश्त खो सकते हैं और बहुत से मामले में जान जाने की बात भी सामने आई है. यैसे में अगर आपको यह खबर देख कर इस नशे को करने का मन कर रहा है तो सावधान. ये बिच्छू का जहर आपको सांप सुंघा सकता है.