रांची में जीडी गोयनका स्कूल में चल रहे समर कैंप के अंतिम दिन शनिवार 20 मई को परिवर्तन संस्था द्वारा विश्व जैव विविधता दिवस के उपलक्ष पर पेंटिंग कम सेलिब्रेशन का आयोजन किया गया. इस पेंटिंग प्रतियोगिता में कुल 96 बच्चों ने भाग लिया. जिनमें 70 बच्चे जीडी गोयनका के और 26 बच्चे अन्य स्कूल के थे. बच्चों ने पर्यावरण से जुड़े विषयों पर अपनी चित्रकला और हुनर दिखाएं.
सभी प्रतिभागियों को दिया गया सर्टिफिकेट
पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को संस्था द्वारा सर्टिफिकेट प्रदान किया गया. जिसमें 1st, 2nd और 3rd आए बच्चों को पुरस्कार भी दिया गया. प्रतियोगिता में जीडी गोयनका स्कूल के वाइस चेयरमैन अमन सिंह प्राचार्य के साथ डॉक्टर सुनील कुमार, परिवर्तन संस्था की सचिव श्रेया तिवारी, कोषाध्यक्ष डॉ पूजा सिन्हा, अमित कुमार, अनुराग और शिक्षक उपस्थित रहें.
विजेताओं में ग्रुप A(class 2-4) श्यामली स्कूल से कक्षा दो की डीचेन, प्रथम स्थान और जीडी गोयनका स्कूल की लेविया 2nd और वैभव 3rd
ग्रुप B(class 5-8) संत जेवियर स्कूल के अभिराज कक्षा 7 प्रथम ,मिरामा कक्षा 8 ,2nd जाह्नवी कंचन class 5 जी डी गोयनका स्कूल के रहे.
बच्चों के मन में पर्यावरण से जुड़ी भावनाओं एवं विचारों को दर्शाने का सरल तरीका है चित्रकला – श्रेया तिवारी, सचिव परिवर्तन संस्था
जीडी गोयनका स्कूल द्वारा बच्चों को पर्यावरण से जुड़ी विषयों पर विशेष शिक्षा देना प्रथम महत्व एवं प्रत्येक विद्यार्थी के जन्मदिवस पर एक पौधा स्कूल में अपने मन से लगाने का प्रयास सफल दिख रहा है : प्राचार्य डॉक्टर सुनील कुमार.
संस्था द्वारा चल रही मुहिम” सेव द प्लांट सेव द प्लेनेट” के तहत सभी विद्यार्थियों एवं उपस्थित सभी से ज्यादा से ज्यादा संख्याओं में पेड़ पौधे लगाने का अनुरोध किया गया किया.
जी डी गोयनका स्कूल द्वारा परिवर्तन संस्था के सभी सदस्यों को एक अनोखी कोशिश की बधाई एवं शुभकामना एक-एक पौधा भेंट कर दिया गया एवं आने वाले समय में विद्यार्थियों के साथ मिलकर स्कूल में ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने का संकल्प लिया गया.
इस अवसर पर डॉक्टर पूजा ने कहा विगत कई वर्षों में पर्यावरण की स्थिति दयनीय हो चुकी है,हम इस तरह के कार्यक्रम के माध्यम से छोटे-छोटे बच्चों में जागरूकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि बच्चे पर्यावरण के बारे में जागरूक हो. हम हर एक बच्चे को कम से कम एक पौधारोपण की तरफ उन्हें जागरूक कर सके,उन्हें प्रकृति से जोड़ सके.