भारत की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज (20 जून, 2023) अपना 65वां जन्मदिन मना रही हैं. उनके जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी से लेकर कई बड़े नेताओं ने उन्हें बधाई दी है.
बता दें कि द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून, 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के उपरबेड़ा गांव में एक संताली आदिवासी परिवार में हुआ था. उनके पिता और दादा दोनों ग्राम प्रधान थे. उनकी शादी श्याम चरण मुर्मू से हुई जो एक बैंकर थे. लेकिन साल 2014 में उनके पति की मृत्यु हुई और फिर दोनों बेटों की भी मौत हो गई. मुर्मू के परिवार में केवल अब एक बेटी है जो बैंक में ऑफिसर है. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि एक सामान्य परिवार और छोटे से गांव से आनी वाली महिला ने कैसे भारत के सबसे सर्वोच्च पद तक सफर तय किया होगा. इस सफर के दौरान द्रौपद्री मुर्मू का झारखंड से भी खास लगाव रहा है.
झारखंड की सबसे लंबे समय तक की राज्यपाल
द्रौपदी मुर्मू का सफर 1979 में एक क्लर्क के रुप से शुरू होता है. उन्होंने 1983 तक राज्य सिंचाई और बिजली विभाग में एक क्लर्क के रूप में काम किया था. इसके बाद कुछ सालों तक एक शिक्षक के रूप में काम किया. फिर साल 2000 में वो सक्रिय राजनीति में जुड़ी. इस दौरान उन्हें ओडिशा सरकार में मंत्री भी बनाया गया. जिसके बाद साल 2015 में उन्होंने झारखंड के 8वें राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला और वो साल 2021 तक प्रदेश की राज्यपाल रही. द्रौपदी मुर्मू के पास झारखंड के सबसे लंबे समय तक राज्यपाल रखने का रिकॉर्ड भी दर्ज है. इसके बाद जुलाई 2022 में उन्हें राष्ट्रपति बनाया गया.
हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर दी बधाई
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को जन्मदिन की बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा “देश की माननीय राष्ट्रपति आदरणीय श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी को जन्मदिवस की अनेक-अनेक शुभकामनाएं और जोहार. परमात्मा आपको सदैव उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु प्रदान करें, यही कामना करता हूं.”