Eksandeshlive Desk
रांची : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय का 63वां स्थापना दिवस बृहस्पतिवार को धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं के लिए वक्तृत्वकला प्रतियोगिता एवं पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पशु चिकित्सा संकाय के डीन डॉ सुशील प्रसाद ने कॉलेज के इतिहास, प्रमुख गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शोध और शिक्षण कार्यक्रमों को सुदृढ़ करने के साथ-साथ छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं। यह कॉलेज कभी देश के सर्वोत्तम वेटनरी कॉलेज में शामिल था किंतु शिक्षकों की कमी के कारण बहुत कठिनाई हो रही है। अगले साल राज्य में 38 मोबाइल पशुचिकित्सा वाहन चलने लगेंगे और सभी में यहां से पास करने वाले पशु चिकित्सा स्नातकों को नौकरी मिलेगी।
बीएयू के कुलसचिव डॉ नरेंद्र कुदादा ने कहा कि शिक्षकों की कमी के बावजूद यहां से पास होने वाले छात्र देश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों में शिक्षण, अनुसंधान और प्रसार शिक्षा कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
समारोह में वानिकी संकाय के डीन डॉ एम एस मालिक, अनुसंधान निदेशक डॉ पी के सिंह, डीन पीजी डॉ एमके गुप्त तथा डॉ सुरेश मेहता ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर आयोजित वाग्मिता प्रतियोगिता में ऐश्वर्या राय (इंटर्नशिप) ने प्रथम, राहुल यादव (तृतीय वर्ष) ने द्वितीय, सुशील कुमार मिश्र (इंटर्नशिप) ने तृतीय तथा प्रतिभा रानी टोप्पो (प्रथम वर्ष) ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रतिभा रानी टोप्पो ने प्रथम तथा सना को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
तकनीकी सत्र में भारतीय कृषि जैव प्रौद्योगिकी संस्थान, नामकुम के प्रधान वैज्ञानिक डॉ सौमेन नस्कर ने ‘ट्रांसफॉर्मिंग लाइव स्टॉक सेक्टर इन इंडिया’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने डेयरी सेक्टर से जुड़े सरकारी कार्यक्रमों, उस सेक्टर में हो रहे विकास तथा स्टार्टअप की भूमिका पर प्रकाश डाला।