श्री साहित्य कुंज मंच का पांचवा वार्षिकोत्सव संपन्न, चार पुस्तकों का विमोचन

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Eksandeshlive Desk
रांची : श्री साहित्य कुंज मंच ‘राँची’ के पांचवे वार्षिकोत्सव में भागलपुर से आए, कथाकार /संपादक (पलाश पत्रिका) उमाकांत भारती को प्रेस क्लब के सभागार’ में सम्मानित किया गया।
इस अवसर आयोजन की अध्यक्षता हिंदी साहित्य संस्कृति मंच के उपाध्यक्ष निरंजन प्रसाद ने की, विशिष्ट अतिथि के रूप में लेखक नीरज नीर, तुषार सक्सेना (पटना), प्रशांत कर्ण, चंद्रिका ठाकुर देशदीप, सुनील कुमार पटेल(भागलपुर), राकेश रमण, सुरिन्दर कौर, वीणा नंदनी (जमशेदपुर) माधुरी मिश्रा (जमशेदपुर), उर्मिला सिन्हा,रेणु झा ,नंदा पांडेय ,रेणु मिश्रा त्रिवेदी आदि दर्जनों लेखक, कवि, कथाकारों ने अपने मुखार्विंद से सभी को लाभान्वित किया एवं अपनी गरिमामय उपस्थिति से मंच को सुशोभित किया।
इस अवसर पर निवेदिता श्रीवास्तव ,आरती श्रीवास्तव, मीरा सिंह सविता, पूनम सिंह, ऋतुराज वर्षा, अनिता निधि, (जमशेदपुर) रश्मि सिंह, रश्मि सिन्हा, पंपा सेन, मीरा सिंह, सूरज श्रीवास्तव, जितेंद्र तिवारी, सुनीता श्रीवास्तव, सुनीता अग्रवाल, रिम्मी वर्मा, शांति देवी, अर्चना बिरला आदि शहर के कई प्रतिष्ठित लेखक लेखिकाएं उपस्थित रहीं। सामाजिक संस्था इन्विहिलर क्लब की अध्यक्ष नीता नारायण अपनी अन्य सहयोगी सदस्याओं के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करायीं।
इस अवसर पर चार रचनाकारों की एकल पुस्तक जिसमें नीता शेखर -मन दर्पण (एकल काव्य संग्रह), सिम्मी नाथ -सुधा सलिला (एकल काव्य संग्रह), निर्मला कर्ण- बित्ता भाई(एकल बाल कहानी संग्रह), उसका दोष क्या था? (उपन्यास), मनीषा सुमन – चाँद पर घर (एकल कहानी संग्रह), अनुनाद एक गूँज (एकल काव्य संग्रह) का विमोचन किया गया ।
इस महाआयोजन में कुंज के साझा कहानी /लघुकथा संग्रह ‘दहलीज से आगे’ एवं वार्षिक गृह- पत्रिका ‘साहित्य संवाहक’ का विमोचन किया गया। चार महिला रचनाकारों को विविध विषय में लेखन के लिये उनकी प्रथम कृति पर पांडुलिपि सम्मान साहित्य नव प्रभा प्रदान किया गया।
वार्षिक लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं सम्मान पत्र प्रदान किया गया। अंग वस्त्र एवं सम्मान पत्र देकर कुंज कार्यकारिणी को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समस्त कुंज कार्यकारिणी द्वारा मंच की संस्थापिका मनीषा सहाय सुमन को अंग वस्त्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में स्वागत उदबोद्धन कुंज अध्यक्ष प्रतिमा त्रिपाठी द्वारा, सरस्वती वंदना कविता रानी एवं बिंदु प्रसाद द्वारा एवं कुंज गीत मधुमिता साह द्वारा प्रस्तुत किया गया। मंच का संचालन मंच की संस्थापिका मनीषा सुमन द्वारा किया गया।