झारखंड के कुख्यात उग्रवादी दिनेश गोप को गिरफ्तार कर लिया गया है. दिनेश को भारत के पड़ोसी देश नेपाल से गिरफ्तार किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार दिनेश नेपाल में रहकर ही संगठन चलाया करता था. बता दें कि पकड़ा गया उग्रवादी दिनेश गोप पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) का सुप्रीमो है. दिनेश पर झारखंड पुलिस ने 25 लाख का इनाम घोषित कर रखा था. वहीं, NIA ने भी उस पर 5 लाख का इनाम रखा था. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि दिनेश गोप कितना खतरनाक उग्रवादी था.
NIA और झारखंड पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन कर पकड़ा
बता दें कि दिनेश गोप लगातार अपना लोकेशन बदलते रहता था, यही कारण था कि पुलिस और एनआईए को उसे पकड़ने में काफी दिक्कत होती थी. इस बार झारखंड पुलिस और एनआईए ने गुप्त सूचना के आधार पर संयुक्त ऑपरेशन चलाकर इनामी नक्सली दिनेश गोप को पकड़ा लिया है. मिली जानकारी के अनुसार दिनेश गोप को कड़ी सुरक्षा के बीच रांची लाने की तैयारी चल रही है.
दिनेश पर 150 से ज्यादा मुकदमें दर्ज
दिनेश गोप पर झारखंड में 150 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं. इसमें से कई संगीन आरोप भी शामिल है. दिनेश पर टेरर फंडिंग का भी आरोप है. वहीं, टेरर फंडिंग मामले की जांच साल 2020 में शुरू हुई जिसके बाद दिनेश की दोनों पत्नियों को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके अलावा दिनेश पर लेवी वसूलने, ठेकेदार-व्यापारियों को धमकाने जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं.
क्या है PLFI?
पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) झारखंड में 2007 में गठित एक उग्रवादी माओवादी संगठन है. पहले इसे झारखंड लिबरेशन टाइगर्स (JLT) के नाम से जाना जाता था, जिसकी स्थापना 2003 में झारखंड के खूंटी जिले के निवासी दिनेश गोप ने की थी. हालांकि, बाद में इसका नाम बदलकर PLFI कर दिया गया. रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में लगभग आधी माओवादी घटनाओं के लिए PLFI जिम्मेदार है. इस संगठन में लगभग 150-300 नक्सली जुड़े हुए हैं. जानकारी के अनुसार यह संगठन हर साल जबरन वसूली से लगभग 1.5 बिलियन रुपए कमाता है. इसके अलावा PLFI, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के साथ संघर्ष में रहा है, दोनों समूहों के कैडर एक दूसरे की हत्या में शामिल रहे हैं. सीपीआई (माओवादी) का मुकाबला करने के लिए सुरक्षा बलों ने इसका इस्तेमाल किया है, लेकिन इसके कारण पीएलएफआई राज्य में एक प्रमुख आतंकी संगठन के रूप में उभरा और अब पुलिस के लिए ही मुश्किलें खड़ा कर रहा हैं. दिनेश गोप की तलाश पुलिस और एनआईए को लंबे समय से थी. लेकिन वो नेपाल में वेश बदलकर रह रहा था ऐसे में अंतत: आज पुलिस को सफलता मिल ही गई.