10 लाख के इनामी नक्सली मनोहर ने अपने साथी के साथ डाले हथियार

Crime

दीपक मिश्रा

लातेहार:  झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली संगठन जेजेएमपी का जोनल कमांडर सह 10 लाख का इनामी नक्सली मनोहर ने अपने अन्य नक्सली व एरिया कमांडर दीपक कुमार भुइयां उर्फ कुन्दन के साथ एसपी कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया है। पलामू प्रक्षेत्र के आईजी राजकुमार लकड़ा एवं पलामू प्रक्षेत्र के सीआरपीएफ डीआईजी पंकज कुमार ने पुष्पगुच्छ एवं शॉल ओढ़ाकर सभी मुख्यधारा में लौटे के लिए स्वागत किया है।
आईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि नक्सली मनोहर परहिया उर्फ मनोहर जी लातेहार जिले के छिपादोहर थाना क्षेत्र का निवासी है जो समाज के मुख्यधारा से हटकर समाज विरोधी कार्यो में जुट हुआ था। लेकिन पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त प्रयासों से समाज के मुख्यधारा में लौटने में सफलता प्राप्त हुआ है। नक्सली मनोहर परहिया ने बताया कि राज्य सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर वह समाज के मुख्यधारा में लौटा है उसने अन्य नक्सलियों से भी अपील करते हुये कहा कि हथियार छोड़कर समाज के मुख्यधारा में लौटकर सामाजिक दायित्वों को निर्वाह करें।
आत्मसमर्पण करने वाले जोनल कमांडर संगठन सुप्रीमो पप्पू लोहरा का दाहिना हाथ माना जाता था जो अब आत्मसमर्पण कर चुके है इसके आत्मसमर्पण करने से जेजेएमपी को बहुत बडा़ झटका लगा है। पुलिस और सीआरपीएफ के लिये यह बहुत बड़ा उपलब्धि होगा मनोहर परहिया के विरूद्ध लातेहार के अलावा पलामू और गढ़वा जिले के विभिन्न थानों में कुल 13 मामलों में वांछित था। जिस पर सरकार द्वारा दस लाख का इनामी घोषित कर रखा था जिसकी राशि पुलिस द्वारा बतौर चेक के सौंप दिया गया है।