by Sunil
झामुमो ने मंइयां योजना की सफलता के लिए महिलाओं का जताया आभार, कहा, पहले दिन अधिक हिट्स के कारण सर्वर स्लो हो गया
Ranchi : झामुमो ने मुख्यमंत्री मंईयां महिला सम्मान योजना की सफलता और इसे महिलाओं के द्वारा हाथों-हाथ लेने के लिए सरकार और महिलाओं के प्रति आभार प्रकट किया है. झामुमो ने इस योजना को लेकर बाबूलाल मरांडी समेत अन्य भाजपा नेताओं के आरोपों को अनर्गल बताया. केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पहले दिन अधिक हिट्स होने के कारण सर्वर स्लो हो गया. जिसका निराकरण किया जा रहा है. कहा कि सरकार की इस अतिमहत्वाकांक्षी योजना से भाजपा सेटबैक में चली गयी है. सुप्रियो ने निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा मुद्दाविहीन हो गयी है, उसे समझ ही नहीं आ रहा है कि वह कौन सा मुद्दा लेकर चुनाव और जनता के बीच जाये. लोकसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा को कोई मुद्दा नहीं मिल रहा था, तो घुसपैठ का मुद्दा लायी. मगर, इसमें घुसपैठ कम और हिंदू-मुस्लिम अधिक था. जब यह भी हवा हो गया, तो अब सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पर ऊंगली उठा रही है. झामुमो महासचिव ने कहा कि हमारी सरकार ने महिलाओं, छात्रो, किसानों, कर्मचारियों, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, सहिया, रसाईया के लिए कई लाभों की घोषणा की है. सुप्रियो ने कहा कि अगर केंद्र सरकार हमारा बकाया 1.36 लाख करोड़ लौटा दे, तो ऐसी कई योजनाएं हमारी सरकार ला सकती है. जीएसटी का भी बकाया केंद्र सरकार नहीं देती है. उन्होंने कहा कि सहायक पुलिस कर्मियों की अधिकांश मांगें सरकार ने मान ली है. मगर कुछ विरोधी तत्वों के कारण आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा वालों को अपने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से सवाल पूछना चाहिए कि नियुक्ति में कई ऐसी शर्तें क्यों डाल दी गयीं. झामुमो महासचिव ने कहा कि हिमंता को हमारी सरकार से हिसाब मांगने का हक नहीं है. उन्हें पीएम मोदी से पूछना चाहिए कि 2014 में हर साल दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था, तो 10 साल में 20 करोड़ नौकरी कहां गयी. सीएमआई की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना के बाद 15 करोड़ लोगों की नौकरी चली गयी. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने मंईयां योजना के लाखों फार्म छपवाये हैं, जिसे हमारे कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर महिलाओं को देंगे.