Eksandeshlive Desk
अंबाला : हरियाणा-पंजाब के शंभू बार्डर पर धरना दे रहे किसानों ने रविवार की दोपहर दिल्ली कूच का प्रयास किया। पुलिस व किसानों के बीच करीब चार घंटे तक जद्दोजहद चलती रही। इस बीच पुलिस द्वारा एयर गन से किसानों की तरफ फूल बरसाए गए। किसानों ने दावा किया कि पुलिस ने चकमा देने के लिए यह सब किया और कुछ ही पलों में फूल बरसाने वाली गन से आंसू गैस के गोले बरसाए गए। कई घंटे के बाद किसानों ने कूच को टाल दिया और वापस लौट गए।
रविवार को दूसरी बार दिल्ली कूच का प्रयास
शंभू बार्डर पर धरना दे रहे किसानों ने रविवार को दूसरी बार दिल्ली कूच का प्रयास किया। किसान जैसे ही आगे बढऩे लगे तो हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए घेराबंदी शुरू कर दी। इसके बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोडऩे की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसमें 7-8 किसान घायल घायल हुए। इसके साथ किसानों पर पानी की बौछार भी की गई। हालांकि इस बीच हरियाणा पुलिस ने किसानों पर फूल भी बरसाए। इस गफलत के बीच किसानों पर आंसू गैस के गोले बरसने शुरू हो गए। किसानों में भगदड़ मच गई।
एक किसान की हालत गंभीर, पीजीआई रेफर
किसान नेता सरवन पंधेर के मुताबिक एक किसान की हालत गंभीर है। उसे चंडीगढ़ पीजीआई रैफर किया गया है। ऐसे में जत्थे को वापस बुलाने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि कल दोनों फोरम फैसला करेंगे कि आगे कब जाना है। किसान नेताओं ने कहा कि कई घायल किसान ऑक्सीजन गैस सिलेंडर लगाकर अस्पताल गए हैं। पंधेर ने कहा कि फूल बरसाकर गोलियां चलाई गई हैं। पुलिस ने रबड़ की गोलियां चलाईं। एक किसान के सिर पर टीयर गैस का बम लगा। हरियाणा पुलिस ने दोहरी नीति अपनाई। पहले किसानों को चाय ऑफर की गई। इसके बाद फूल गिराए गए, लेकिन इसके साथ ही टीयर गैस छोड़ी गई। वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि अगले कूच का फैसला कल किया जाएगा।