झारखंड की पहचान बिनोद बाबू को राजधानी में मिले सम्मान :अबुआ अधिकार मंच

360° Ek Sandesh Live

sunil

रांची: राजधानी रांची में झारखंड आंदोलन के महानायक बिनोद बिहारी महतो के योगदान को चिरस्थायी सम्मान देने की दिशा में अबुआ अधिकार मंच के प्रतिनिधिमंडल ने आज झारखंड सरकार के माननीय नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार से उनके आवासीय कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की।प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि रांची के किसी प्रमुख स्थल का नाम बिनोद बिहारी महतो चौक रखा जाए तथा वहां उनकी आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाए, ताकि आने वाली पीढ़ी उनके संघर्षों से प्रेरणा ले सके। साथ ही झारखंड आंदोलन से जुड़े स्थलों, घटनाओं और शहीदों की स्मृति को सहेजने हेतु राजधानी में एक झारखंड आंदोलन संग्रहालय की स्थापना की जाय ।यह संग्रहालय डिजिटल या भौतिक स्वरूप में हो सकता है।स्मार्ट सिटी परिसर में एक शहीद पार्क के निर्माण की भी मांग की गई, जहां राज्य के शहीदों की स्मृतियां एवं संघर्ष के प्रतीक चिह्न संरक्षित किए जा सकें। इसके अतिरिक्त, झारखंड के वीर नायकों के नाम पर प्रमुख चौकों, पार्कों और भवनों का नामकरण करने तथा उनके जीवन संघर्षों को राज्य के शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग भी मंच ने मंत्री जी के समक्ष रखी। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे सोनू सिंह ने कहा बिनोद बाबू सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा हैं। उनका सम्मान केवल एक प्रतिमा या चौक तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक स्वाभिमान और आंदोलन की चेतना को जीवित रखने का माध्यम है। संग्रहालय, शहीद पार्क, नामकरण और पाठ्यक्रम में उनके विचारों का समावेश, ये सभी प्रयास हमारी भावी पीढ़ियों को जागरूक और प्रेरित करने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। जब तक यह सम्मान धरातल पर मूर्त रूप में नहीं आता, अबुआ अधिकार मंच का संघर्ष जारी रहेगा। सुदिव्य कुमार ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना और सभी प्रस्तावों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए उन्हें प्रशासनिक प्रक्रिया में लाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर अभिषेक शुक्ला, अनुज झा, बिपिन कुमार यादव, आकाश नयन, विशाल कुमार यादव, सुमित कुमार सहित मंच के कई सक्रिय सदस्य उपस्थित रहे।