अजूबे रुद्राक्ष शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए उमड़ी भीड़

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अशोक वर्मा

मोतिहारी/ चंपारण: धार्मिक एवं आध्यात्मिक दृष्टिकोण से मोतिहारी शहर का महत्व काफी उचा है। मोतिहारी को मंदिरो की नगरी भी कहते हैं। यहा शायद ही कोई ऐसा मुहल्ला होगा जिसमें मंदिर नहीं हो। सर्वाधिक मंदिर बनिया पट्टी क्षेत्र में आता है जहां मंदिरों का एक तरह से श्रृंखला है। उसके बाद पंच मंदिर, साहू मंदिर, बेलही देवी मंदिर, ज्ञान बाबू चौक शिव मंदिर ,मिसकॉट शिव मंदिर, भवानीपुर जीरात जानपुल चारों तरफ मंदिर ही मंदिर है। लेकिन तीन चार दशक के अंदर नगर में दो महत्वपूर्ण नये मंदिर का निर्माण हुआ एक चंचल बाबा मंदिर दूसरा पतौरा स्वामी आत्म प्रकाशानंद योग सेवा आश्रम। लंबे अंतराल पर एक बार फिर शहर के एक शिव भक्त ने करवट ली और राधा सीकरिया नगर में आचार्य डा शंभू नाथ सिकरिया ने लाखों रुद्राक्ष के दाने से एक 12 फीट लंबा शिवलिंग का निर्माण कर नगर वासियों को अद्भुत शिवलिंग का दर्शन करने का मौका दिया है। आज चंद वर्षों के अंदर ही यह शिवलिंग काफी ख्याति प्राप्त कर चुका है। इसके संस्थापक आचार्य डॉक्टर शंभू नाथ सीकरिया स्वयं साधारण वेशभूषा में रहते हुए लगातार महारुद्राभिषेक यज्ञ वहां करा रहे है। इस वर्ष चौथे सोमवारी को उक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए काफी लोग पहुंचे। आचार्य डॉक्टर सीकरीया अपने व्यास गद्दी पर बैठ रुद्राभिषेक कराया। विधि विधान मंत्रोच्चारण के साथ उन्होंने पूजा संपन्न कराया। काफी महिलाएं एवं पुरुष जल, दूध एवं पूजा सामग्री लेकर वहां पहुंचकर जल दूध चढाया। उन लोगों ने वहां आचार्य जी के नेतृत्व में पूजा कर नई अनुभूति की तथा आचार्य डॉक्टर शंभू सीकरीया से मौन आशीर्वाद लिया।