हेमंत सोरेन पहुंचे राजभवन, सरकार बनाने का दावा किया पेश, 28 नवंबर को मोरहाबादी में होगा शपथ ग्रहण समारोह

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Eksandeshlive Desk

रांची : इंडिया गठबंधन के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में हेमंत सोरेन को गठबंधन दल का नेता चुना गया। लगभग चार घंटे तक चली बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक के बाद मुख्यमंत्री सहित गठबंधन दल के नेता राजभवन पहुंचे। हेमंत सोरेन ने राजभवन में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। हेमंत सोरेन ने राज्यपाल को इंडिया गठबंधन के नव निर्वाचित विधायकों की सूची सौंपी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। इसके बाद राज्यपाल ने हेमंत सोरेन को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर काम करने का निर्देश दिया। बताया जा रहा है कि 28 नवंबर को मोरहाबादी में शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस दौरान इंडिया गठबंधन के अन्य नेता मौजूद थे।

झामुमो पर कांग्रेस का उपमुख्यमंत्री बनाने का कोई दबाव नहीं : कांग्रेस

विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में रविवार को नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई। बैठक में विधायक दल के नेता चयन के लिए केन्द्रीय नेतृत्व को अधिकृत किया गया। इस बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर, वरिष्ठ नेता और पर्यवेक्षक तारिक अनवर, तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री और पर्यवेक्षक मल्लू भट्टी विक्रममार्का,अजय शर्मा, केशव महतो कमलेश मौजूद थे। बैठक के बाद कांग्रेस के सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने ग्रुप फोटो भी खिंचवाई। बैठक के बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि विधायक दल की बैठक में अहम फैसला लिया गया है।आज सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से केंद्रीय नेतृत्व को कांग्रेस विधायक दल का नया नेता चुनने के लिए अधिकृत किया है।एक सवाल के जवाब में गुलाम अहमद मीर ने कहा कि उनके बड़े सहयोगी जेएमएम के साथ बैठक के बाद शपथ ग्रहण और मंत्रिमंडल को लेकर सारी बातें साफ हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से उन पर उपमुख्यमंत्री बनाने का कोई दबाव नहीं है, वह चाहते हैं कि जल्द से जल्द नई सरकार का गठन हो।

मुख्यमंत्री आवास में नव निर्वाचित विधायकों की बैठक में मंत्रिमंडल गठन पर चर्चा

इंडिया गठबंधन के नव निर्वाचित विधायक रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर जुटे। बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर सहित सहयोगी दलों के नेता भी मौजूद थे। मिली जानकारी के अनुसार, बैठक में मंत्रिमंडल गठन पर भी चर्चा हुई। इस बार मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। इस बार चुनाव में हेमंत सरकार के चार कैबिनेट मंत्री बन्ना गुप्ता, बेबी देवी, बैद्यनाथ राम और मिथिलेश ठाकुर को जनता ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अब इनकी जगह पर नए चेहरों की इंट्री होगी। बताया जा रहा है कि 26 नवंबर को शपथ ग्रहण हो सकता है। बैठक में इंडी गठबंधन का नेता हेमंत सोरेन को चुना गया है। उल्लेखनीय है कि इस बार के चुनाव में राजद ने बेहतर परफॉरमेंस किया है। राजद के खाते में चार सीटें आई हैं। इस हिसाब से राजद भी मंत्रिमंडल में अपनी दावेदारी पेश कर सकता है। इस बार के चुनाव में राजद से जीत हासिल किए संजय सिंह यादव, गोड्डा से संजय यादव और देवघर से सुरेश पासवान दावेदार हो सकते हैं।

राजद कोटे से मंत्रिमंडल में किसे जगह मिलेगी इस पर तेजस्वी यादव लेंगे फैसला

हालांकि, मंत्रिमंडल में किसे जगह मिलेगी इस पर अंतिम फैसला तेजस्वी यादव लेंगे। सत्ता के गलियारों में इस बार बेरमो से चुनाव जीते कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह और पोड़ैयाहाट से जीते प्रदीप यादव की मंत्रिमंडल में दावेदारी की चर्चा है। आदिवासी फेस के रूप में डॉ रामेश्वर उरांव की भी चर्चा है। महिला कोटे से दीपिका पांडेय सिंह और अल्पसंख्यक कोटे से इरफान अंसारी के मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर चर्चा है। झामुमो से किसे मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा, यह खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तय करेंगे। चर्चा यह है कि दीपक बिरूआ और हफीजुल अंसारी कंटीन्यू कर सकते हैं। इसके अलावा जिन नामों की चर्चा हो रही है उनमें रामदास सोरेन, दशरथ गगरई, मथुरा महतो, सबिता महतो, अनंत प्रताप देव, स्टीफन मरांडी, हेमलाल मुर्मू और लुईस मरांडी के नाम भी शामिल हैं।