sunil Verma
रांची: झारखंड में इंडी गठबंधन की सरकार है। यहां भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण चरम पर है। आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया गया है। पूरे देशवासियों ने देखा कि 38 करोड़ रुपए उनके सहयोगी और नौकर के पास से मिले हैं तो कल्पना करना चाहिए कि कितने 100 करोड़ और उनके पास होंगे। उसके बाद भी अभी तक आलमगीर आलम ने इस्तीफा नहीं दिया है। मुख्यमंत्री से निवेदन है कि तुरंत उनसे इस्तीफा लें। जांच को और तेज कर झारखंड की गरीब जनता से लूटे गए पैसे उजागर होने चाहिए। उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं राज्यसभा सांसद अरुण सिंह ने गुरूवार को प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा । उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के चार चरण संपन्न हो चुके हैं। इसमें प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। अब हम 400 के आंकड़े की ओर बढ़ रहे हैं। इन चार फेज में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और अन्य राज्य में एनडीए गठबंधन को एकतरफा सीटों का लाभ हो रहा है। इंडी गठबंधन के लोगों में हताशा और निराशा व्याप्त है। उन्होंने कहा कि ये वही आलमगीर आलम है, जिन्होंने कोविड के समय लॉकडाउन में तब्लीगी जमात के लोगों को जमा करके कोविड के नियमों को तोड़ते हुए अलग-अलग स्थान और बंगाल भेजने का काम किया था। नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई थी। बहुचर्चित नाम है, लेकिन तुष्टीकरण के कारण इनसे अभी तक इस्तीफा नहीं लिया गया है। जो कठोर कार्रवाई राज्य सरकार को करनी चाहिए, वह अभी तक नहीं हुई है। श्री सिंह ने कहा कि लैंड माफिया, सेंड माफिया, स्टोन माफिया, लीकर माफिया झारखंड सरकार को चला रहे हैं। सरकार अनाप-शनाप पैसा इनसे ले रही है। इसी का नतीजा है कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अभी जेल में है। मंत्री जेल में है। दो दो आईएएस अधिकारी भी जेल में है। यह पहला ऐसा राज्य है, जहां इतने अधिकारी भ्रष्टाचार के केस में जेल के अंदर हैं। जब भी इंडी गठबंधन की सरकार बनती है, झारखंड को सदैव लूटने का काम करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा और एनडीए की सरकार आने पर झारखंड को संवारने का काम करती है। जेएमएम, कांग्रेस, राजद गठबंधन की सरकार हमेशा लूटने का काम करती है। इसलिए झारखंड पीछे जा चुका है। झारखंड में तुष्टिकरण का खेल चल रहा है। कश्मीर से धारा 370 को कभी भी हटाने की बात नहीं की। इसकी वजह से देश के कानून वहां लागू नहीं होते थे। देशवासियों को डराते थे कि धारा 370 नहीं हटना चाहिए, नहीं तो वहां खून खराबा हो जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में धारा 370 को उठाकर फेंक दिया गया। अब पूरी तरीके से जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बन गया। अब वहां देश के सारे नियम कानून लागू होते हैं। आरक्षण का कानून भी वहां लागू हुआ। भारतीय जनता पार्टी की संकल्पना है कि पीओके भी भारत का ही अभिन्न अंग है। उसको भी हमें लेना है। झारखंड की सभी 14 लोकसभा की सीट एनडीए गठबंधन जीतने जा रही है।