अशोक वर्मा
मोतिहारी : मोतिहारी टाउन हॉल में ऐक्टू के बैनर तले विशाल मजदूर अधिकार सम्मेलन आयोजित होगा जिसमे निर्माण मजदूरों के साथ भारी संख्या में खेत मजदूर,स्कीम वर्कर्स आशा,रसोइया,आंगनबाड़ी सेविका /सहायिका और सफाई कर्मचारी भाग लेंगे।जिसे मुख्य वक्ता के बतौर कॉमरेड शशि यादव संबोधित करेंगी।कॉमरेड शशि यादव ऐक्टू की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की राष्ट्रीय महासचिव,बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ की राज्य अध्यक्ष हैं जो हाल ही में महागठबंधन की तरफ से बिहार विधान परिषद की सदस्य निर्वाचित हुई हैं।कार्यक्रम 11बजे पूर्वाहन से शुरू होगा जो शाम 3बजे समाप्त होगा।
उक्त आशय की जानकारी ऐक्टू के जिला सचिव विष्णुदेव प्रसाद यादव ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके दी।
उन्होंने आगे कहा है कि भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी संविधान को बदलने के लिए 400 पार सीट मांग रहे हैं और मोदी जी देश की जनता से 25वर्षों तक अधिकार छोड़ने को बात बोल रहे हैं।अब आजादी के बाद लागू संविधान बदलना उनका खुला एजेंडा बन गया है।यह संविधान मजदूरों को बराबरी का अधिकार देता है जिसे डॉक्टर अंबेडकर ने लागू किया था।भाजपा उस संविधान को खत्मकर मजदूरों को गुलाम बनाना चाहती है।इसलिए देश का मजदूर वर्ग अपने अधिकार,आजादी,संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट हो रहा है और संविधान विरोधी मोदी सरकार को सता से हटाने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करेगा।इसी संदेश को एक – मजदूरों,कर्मचारियों,ठेका मानदेय कर्मियों और स्कीम वर्कर्स के पास पहुंचने के लिए यह मजदूर अधिकार सम्मेलन आयोजित हो रहा है।
जब से मोदी सरकार सता में आई है लगातार मजदूरों,कर्मचारियों के अधिकारों पर हमले करते रही है 44श्रम अधिकार कानूनों को खत्म करके गुलामी का 4लेबर कोड लागू कर दिया।मनरेगा मजदूरों को तय न्यूनतम राष्ट्रीय मजदूरी की जगह मात्र 228 रुपए मजदूरी देकर ग्रामीण मजदूरों को मजदूरी लूटते रही है।स्कीम वर्कर्स महिलाओं के मानदेय में एक पैसे की भी बढ़ोतरी नही किया है।लगातार मांग आंदोलन करने के बावजूद पुरानी पेंशन योजना लागू करने से भागते रही है।
अब समय आ गया है कि मजदूर – कर्मचारी विरोधी भाजपा (एनडीए)सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए।