मनरखन महतो बीएड कॉलेज में एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

360° Education Ek Sandesh Live

Mutafa ansari

मेसरा : राजधानी रांची के बीआईटी  मेसरा थाना क्षेत्र में ग्राम पंचायत केदल स्थित मनरखन महतो बीएड कॉलेज में शनिवार को “शिक्षा के लिए क्षेत्रीय भाषा में प्रौद्योगिकी का प्रयोग पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें 500 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस सेमिनार के मुख्य अतिथि डॉ. अजित कुमार सिन्हा (विश्वविद्यालय रांची) के कुलपति थे। परंतु किसी कारणवश वह कार्यक्रम में नहीं आ पाए। कार्यक्रम का उद्घाटन विशिष्ट अतिथि सह कॉलेज के अध्यक्ष मनरखन महतो एवं डॉ. त्रिवेणी नाथ साहू (कुलपति झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय रॉची) मुख्य वक्ता प्रो. अरविंद कुमार झा शिक्षा विद्यालय, इग्नू नई दिल्ली, ट्रस्टी बिरेन्द्रनाथ ओहदार,खुशबू सिंह,कृति काजल, उर्मिला देवी (अध्यक्ष),निदेशक मनोज कुमार महतो,प्रबंधक मुकेश कुमार, प्रशासिका मीना कुमारी एवं प्राचार्य डॉ. दूधेश्वर महतो ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्जवलित कर किया। उद्घाटन से पूर्व बीएड कॉलेज के छात्राओं ने सरस्वती वंदना एवं स्वागत गान के साथ अतिथियों का स्वागत किया। स्वागत भाषण प्राचार्य डॉक्टर दूधेश्वर महतो द्वारा दिया गया। मुख्य वक्ता प्रो.अरविंद कुमार झा ने कहा कि अपनी भारतीय भाषा में शिक्षा देने एवं बोलचाल की भाषा में अधिक उपयोग करना चाहिए। इस पर हमें गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के प्रधान मंत्री भी लगातार भारतीय भाषा में शिक्षा देने के प्रति अग्रसर है। अति आवश्यक स्थिति में ही अन्य भाषा का प्रयोग किया जाए। विशिष्ट अतिथि डॉ. त्रिवेणी नाथ साहू ने कहा कि शिक्षा एवं क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा प्रदान करना,विद्यार्थियों के लिए न केवल शिक्षा के क्षेत्र में,बल्कि उनके सामाजिक सांस्कृतिक और मानसिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। विशिष्ट अतिथि सह कॉलेज के अध्यक्ष मनरखन महतो ने कहा की अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा प्रत्येक भाषा की गरिमा का स्वीकार करने के लिए जाना जाता है। हम सभी अपनी क्षेत्रीय भाषाओं की अस्मिता को स्वीकार करने के साथ-साथ हिंदी को व्यापक स्वरूप प्रदान कर देश को एक नहीं पहचान दे,ताकि यह अंतरराष्ट्रीय पटल पर गौरवान्वित हो सके। यही देश की सबसे बड़ी सेवा होगी। का आभार प्रकट करते हुए कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं का उपयोग करके शिक्षक अपनी शिक्षण विधियों को छात्रों के सीखने की शैलियों के अनुरूप तैयार कर सकते हैं। कार्यक्रम को निदेशक मनोज कुमार महतो, प्रबंधक मुकेश कुमार महतो समेत अन्य सभी अतिथियों ने भी संबोधित किया। अंत में सेमिनार कोऑर्डिनेटर सहायक प्रोफेसर ज्योति बाला ने सेमिनार आए हुए अतिथि गणों का आभार व्यक्त करते हुए पूरे महाविद्यालय की तरफ से उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया। मौके पर मुख्य रूप से डॉ. रश्मि निदेशक, संतोष कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग एंड एजुकेशन रांची,डॉ. हरि उराँव पूर्व विभागाध्यक्ष, टीआरएल विभाग राँची विश्वविद्यालय,राँची, प्रो. (डॉ.) चेतलाल प्रसाद प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष सह प्राचार्य मां विंध्यवासिनी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, हजारीबाग,डॉ. मोहम्मद तनवीर यूनुस प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, विश्वविद्यालय शिक्षा विभाग विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग,व सलाहकार समिति डॉ.आरती कुमारी प्राचार्य संघमित्रा शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय रांची,डॉ. प्रतिमा त्रिपाठी प्राचार्य अविराम कॉलेज ऑफ एजुकेशन कुडू,लोहरदगा डॉ.ऋचा पद्मा प्राचार्य आरटीसी बीएड कॉलेज रांची,दशरथ महतो प्रभारी प्राचार्य समर्पण दीप बीएड कॉलेज रांची उपस्थित रहे। वहीं इस सेमिनार को सफल बनाने में कॉलेज के सभी शिक्षकगण,प्रशिक्षणार्थी एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का अहम योगदान रहा।