पूर्व मंत्री को सरकारी सम्मान नहीं देना बुरोक्रेट्स और सरकार की नाकामी है : प्रवीण कुमार सिंह

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Eksandesh Desk

लोहरदगा : लोहरदगा बीजेपी के वरिष्ठ नेता सह पूर्व एम एल सी प्रवीण सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा की हेमंत सोरेन की सरकार में फिर से एक बार अफसर शाही देखने को मिली पूर्व मंत्री स्व. सधनू भगत को भी सरकार और अफसर राजनीति चश्मे से देखे जबकि उनको एक बडा आंदोलन कारी एवं जनप्रतिनिधि के रूप में देखना चाहिए था। स्व. सधनू भगत शिबू सोरेन के आंदोलन के दिनों से केंद्रीय सचिव एवं कार्यालय सचिव का काम किया एवं शिबू सोरेन से कदम मिला कर अलग राज्य आंदोलन को बल दिया फिर हमलोग खास तौर पे मैं और स्व. सधनू भगत 1986 को नवम्बर माह में एक गैर राजनीति दल वनांचल जागरण परिषद बनाया जिसके केंद्रीय अध्यक्ष स्व. सधनू भगत एवं मैं केंद्रीय महासचिव बना और अवैध रूप से दखल किए हुए।

6 हजार एकड़ जमीन हमलोगों ने आदिवासियों का आंदोलन कर वापस कराया फिर वो 1995 में भाजपा में आये फिर विधायक बने फिर सन् 2000 में विधायक बने और बाबूलाल के सरकार में कैबिनेट मंत्री बने शायद हेमंत सरकार को यही बात चुभती रही तब तो आदिवासी को सम्मान देने का हल्ला करने वाली सरकार एवं आदिवासी जन प्रतिनिधि के मृत्यु के बाद प्रशासन की ओर से कोई सम्मान नही दिया गया। जबकि जब हमलोग सरकार में थे तो स्व. शिवप्रसाद साहु के मृत्यु के बाद हमलोगो ने 2 घंटे के अंदर गार्ड ऑफ ऑनर देने का आदेश निकलवाया वे रांची के पूर्व सांसद थे फिर स्व. कमल किशोर भगत जी पूर्व विधायक को यह दिया गया परन्तु एक जननायक को यह गुंगी बहरी सरकार एवं उसकी अफसर शाही ने मृत्यु के बाद बेइज्जत करने का कार्य किया है। इसको हमलोग चुनौती के रूप में लेंगे।