छवि रंजन के खिलाफ ED को मिले तगड़े सबूत, पड़ सकते हैं फेरे में!

Ek Sandesh Live

झारखंड में ईडी ने IAS छवि रंजन मामले में 26 अप्रैल को रांची और जमशेदपुर के 5 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी में भारी संख्या में जमीन के खरीद बिक्री से जुड़े दस्तावेज अधिकारियों को मिले थे. इसको लेकर ईडी ने अब रवि सिंह भाटिया, श्याम सिंह, विपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय और शेखर कुशवाहा को समन भेजा है. इन पांचों को ईडी के सामने अगले सप्ताह पेश होना है, जहां इन लोगों से जमीन से जुड़े मामलों पर पूछताछ की जाएगी.

आपको बता दें कि ईडी ने रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को प्रॉपर्टी के दस्तावेज के साथ 1 मई को ईडी कार्यालय बुलाया है. विपिन सिंह को ईडी ने चार मई को पूछताछ के लिए बुलाया है.

रांची के बजरा मौजा की एक जमीन को कब्जा दिलाने के लिए तत्कालीन डीसी छवि रंजन ने सुरक्षाबल तैनात करवा कर जमीन का घेराव कराया था, और  जमीन का कब्जा अपने करीबी रवि सिंह भाटिया और श्याम सिंह को दिलाया था. हालांकि, ये मामला अभी न्यायलय में विचाराधीन है.

ऐसे में छवि रंजन की मुश्किलें बढ़ने वाली है, क्योंकि छवि रंजन के खिलाफ काफी सबूत ईडी ने इकट्ठा कर लिए हैं. इससे पहले भी 24 अप्रैल को छवि रजंन  को ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था.

बता दें कि, 13 अप्रैल गुरुवार की सुबह ED की टीम IAS छवि रंजन समेत अन्य लोगों के कुल 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें रांची, जमशेदपुर, सिमडेगा, हजारीबाग, कोलकाता और बिहार का गोपालगंज शामिल था .

आरोपियों का रिमांड खत्म, सभी जाएंगे जेल

13 अप्रैल की छापेमारी के बाद कुल सात लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, प्रदीप बागची, अफसर अली उर्फ अफ्सू खान, इम्तियाज अहमद, मोहम्मद सद्दाम हुसैन और तल्हा खान को गिरफ्तार किया गया था. ईडी ने इन्हें 12 दिनों तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की. गुरुवार को रिमांड अवधि खत्म होने के बाद आरोपियों को विशेष कोर्ट में प्रस्तूत किया गया, यहां से सभी को होटवार जेल भेज दिया गया.

एक आरोपी फैयाज खान 3 दिन पहले ही जेल जा चुका है. रिमांड पर आरोपियों ने आईएएस छवि रंजन के खिलाफ कई अहम जानकारियां दी हैं. आरोपियों ने बताया है कि छवि रंजन ने ही उन्हें कहा था कि वे जमीन का धंधा करें, उन्हें वे सहयोग करेंगे. सेना के कब्जे वाली जमीन की वर्ष 2021 में रजिस्ट्री मामले में भी यह साबित हो चुका है कि तत्कालीन उपायुक्त छवि रंजन के कहने पर ही वह रजिस्ट्री हुई थी. तत्कालीन रजिस्ट्रार ने डीड पर लिख दिया था कि उपायुक्त के आदेश से रजिस्ट्री हो रही है.