VIJYANAND SINHA
चास: आर्ट ऑफ़ लिविंग बोकारो चैप्टर के द्वारा गुरुजी श्री श्री रविशंकर जी के दिशा निर्देश पर उनके द्वारा घोषित प्रथम ध्यान दिवस के शुभ अवसर पर चासमंडल कारा में आर्ट ऑफ़ लिविंग की प्रशिक्षक संध्या सिन्हा एवं VTP ग्रेजुएट के प्रशिक्षक डॉ राम नारायण प्रसाद द्वारा जेल में बंद बंदियों को प्राणायाम ध्यान योग का अभ्यास करवाया गया l योग ध्यान महिला बंदियों को भी सिखाया गया l कुल 120 बंदियों को योग का अभ्यास कराया गया l मौके पर चासमंडल कारा के सुपरडेंट (जेलर ) निखिलकांत ने कहा कि योग ध्यान से जीवन में नकारात्मक विचार नष्ट होते हैं और सकारात्मक विचार आते हैंl मनुष्य अवसाद में या डिप्रेशन में गलत कार्य की ओर अग्रसर हो जाते हैं l बीच-बीच में जेल प्रशासन बंदियों के बीच इस तरह के योग शिविर लगाते रहती है l आर्ट ऑफ़ लिविंग प्रशिक्षक संध्या सिंह ने कहा कि ध्यान हमारे तनाव को काम करता है और योग से शरीर स्वस्थ रहता हैl डॉक्टर रामनारायण प्रसाद ने कहा कि प्राणायाम से शरीर में प्राण ऊर्जा बढ़ती है l मौके पर प्रवक्ता संजय सोनी सहित चास जेल के प्रशासन एवं अधिकारी उपस्थित थे l