sunil Verma
रांची सीएमपीडीआई ने 18 भूवैज्ञानिक रिपोर्टों के माध्यम से विस्तृत गवेषण द्वारा मेजर्ड श्रेणी में लगभग 12 बिलियन टन और 13 भूवैज्ञानिक रिपोर्टों के जरिए प्रमोशनल एक्सप्लोरेशन प्रोग्राम/एनएमईटी फंडिंग के माध्यम से इंडीकेटेड एवं इंफर्ड श्रेणी में लगभग 8 बिलियन टन कोयला संसाधनों में उल्लेखनीय वृद्धि की है। इसके अलावा, सीएमपीडीआई ने वित्त वर्ष 2023-24 में बाक्साइट रीजनल गवेषण के लिए 2 भूवैज्ञानिक रिपोर्ट प्रस्तुत की है, जिसमें संभावित रूप से लगभग 1.66 मिलियन टन एल्युमीनियम लेटराइट और लगभग 21 मिलियन टन बाक्साइट को इन्वेंट्री में जोड़ा गया है। सीएमपीडीआई ने एमओयू लक्ष्य 7 लाख 50 हजार मीटर की तुलना में लगभग 8 लाख 63 हजार मीटर ड्रिलिंग की है। इसके अतिरिक्त, वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान विभागीय संसाधनों के माध्यम से 190 लाइन किलोमीटर के एमओयू लक्ष्य के मुकाबले 205 लाइन किलो मीटर 2डी/3डी सिस्मिक सर्वे किया गया है। इसके अलावा, एनएमईटी ने सीएमपीडीआई द्वारा प्रस्तावित लगभग 80 करोड़ रुपए लागत वाली 27 परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है जिसमें कोयले के लिए 23 परियोजनाएं, बाक्साइट के लिए 3 परियोजनाएं और बेस मेटल (ताम्बा, शीशा और जस्ता) के लिए 1 परियोजना शामिल है। प्रति वर्ष लगभग 129 मिलियन टन की क्षमता वृद्धि के साथ कुल 40 परियोजना रिपोर्ट की योजना बनाई गयी है। इसके अलावा, 27 मिलियन टन प्रतिवर्ष की इंक्रीमेंटल ईसी के साथ खनन परियोजना के लिए और 3 मिलियन टन प्रतिवर्ष की इंक्रीमेंटल ईसी के साथ वाशरी परियोजना के लिए 29 फार्म-क/ककक/कश्/श्क और 24 ड्राफ्ट ईआईए/ईएमपी भी प्रस्तुत किए गए। सीएमपीडीआई ने कोयला लिग्नाइट पीएसयू के लिए हरित सांख्यिकी रिपोर्ट भी प्रकाशित की है। साथ ही, सीएमपीडीआई द्वारा माइन क्लोजर पोर्टल भी विकसित किया गया। सीएमपीडीआई ने टीसीआईएल के सहयोग से कोयला खनन में भारत के पहले निजी 5जी नेटवर्क की तैनाती में महत्वपूर्ण निभाई है। सीएमपीडीआई ने एनसीएल की अमलोहरी ओपनकास्ट परियोजना में भारत का पहला निजी 5जी नेटवर्क सफलतापूर्वक तैनात किया है। नई दिल्ली में दिनांक 27-29 अक्टूबर] 2023 को आयोजित भारतीय मोबाइल कांग्रेस में एनसीएल की अमलोहरी कोयला खदानों में 5जी टेक्नोलाजी उपयोग मामलों का सफल जीवंत प्रदर्शन भी किया गया। यह उपलब्धि कोल इंडिया की डिजिटल परिवर्तन यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है।