sunil Verma
रांची : कांके रोड़ स्थित सीएमपीडीआई मुख्यालय रांची के निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत सीआईपीईटी के माध्यम से झारखंड के 80 वंचित बेरोजगार और अर्द्ध-बेरोजगार युवकों को मशीन आॅपरेटर (छह माह का पाठ्यक्रम) का कौशल विकास प्रशिक्षण देने के लिए सेन्ट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीच्यूट लिमिटेड (सीएमपीडीआई) एवं सेन्ट्रल इंस्टीच्यूट आॅफ पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीआईपीईटी) के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किया गया। सीएमपीडीआई के महाप्रबंधक (एचआरडी/सीएसआर)आर0के0 महापात्रा तथा सीआईपीईटी:सीएसटीएस के संयुक्त निदेशक प्रमुख प्रवीण बी0 बछव के बीच इस समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया। इस समझौता ज्ञापन के तहत सीआईपीईटी, हेहल में झारखंड के 40 लाभुकों को मशीन आॅपरेटर-प्लास्टिक प्रोसेसिंग (एमओ-पीपी) तथा 40 लाभुकों को मशीन आॅपरेटर-इंजेक्शन मोल्डिंग टेक्नोलॉजी का प्रशिक्षण दिया जाएगा। नेशनल स्कील क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के अनुरूप पाठ्यक्रम छह महीने की अवधि का होगा जिसमें भोजन और आवास भी शामिल होगा। उक्त कोर्स नेशनल स्कील क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) से जुड़ा है तथा नेशनल स्कील्स क्वालिफिकेशन कमिटी (एनएसक्यूसी)-नेशनल स्कील डेवलपमेंट एजेंसी (एनएसडीए), कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार से स्वीकृत है। सीएमपीडीआई ने इस परियोजना के निमित्त सीएसआर के तहत 68 लाख रुपए का निधि स्वीकृत किया है। कौशल विकास कार्यक्रम युवाओं के कौशल को उन्नत करने और औद्योगिक अनुभव और विशेषज्ञता प्राप्त करने में सक्षम बनाता है जिसके परिणामस्वरूप प्लास्टिक इंजीनियरिंग क्षेत्र में नौकरियां सुरक्षित होती हैं।इस अवसर पर सीएमपीडीआई की ओर से सीएसआर टीम तथा सीआईपीईटी की ओर से सहायक तकनीकी अधिकारी मासूम हैदर एवं प्रशासनिक सहायक श्री शाहनवाज अहमद उपस्थित थे।