संविधान लिए पहली लड़ाई, तो दूसरी लोगों के स्वतंत्रता के अधिकार को बचाने के लिए : गुलाम अहमद मीर

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sunil Verma
Ranchi : झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर की अध्यक्षता में झारखंड के कार्यकारी अध्यक्ष लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी, उम्मीदवार, जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी, प्रवक्ता की बैठक प्रेस क्लब सभागार में संपन्न हुइ र्। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने उपस्थित नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी पार्टी का मेनिफेस्टो पार्टी का रोड मैप होता है। कांग्रेस का इस बार का मेनिफेस्टो परंपरागत मेनिफेस्टो नहीं है बल्कि जब कई वर्षों से देश के लोगों की बात कोई नहीं सुन रहा था केंद्र सरकार आंखें बंद कर सोई पड़ी थी कानों को बंद किए हुए थी तब राहुल ने सुनने का काम किया। भारत जोड़ो यात्रा और उसके बाद भारत जोड़ो न्याय यात्रा के क्रम में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और मणिपुर से लेकर मुंबई तक लोगों की बातों को जानने के लिए राहुल गांधी ने एक महा जन संपर्क अभियान चलाया । इस दौरान मिले लाखों लोगों की बातों को सैकड़ो कैमरों द्वारा रिकॉर्ड की गई। उन्हीं बातों के निचोड़ को कांग्रेस के मेनिफेस्टो में इस बार रखा गया है। इस मेनिफेस्टो में देश के लोगों की बातें हैं उनके दुख दर्द को दूर करने के तरीके हैं। आने वाले चुनाव में हमारी पहली लड़ाई संविधान बचाने के लिए है तो दूसरी लड़ाई लोगों के स्वतंत्रता के अधिकार को बचाने के लिए है कि लोग इस देश में अपनी मर्जी से कैसे रहे, क्या खाएं, क्या पहने, क्या बोलें इसकी स्वतंत्रता होनी चाहिए।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड में चुनावी माहौल अच्छा है। और कभी भी चुनाव उम्मीदवार नहीं लड़ता बल्कि संगठन लड़ता है उम्मीदवार की घोषणा कभी भी हो सकती है लेकिन संगठन की अपनी तैयारी कई महीनो से जारी रहती है और इसी संगठन की बदौलत चुनाव में उम्मीदवारों की हार जीत होती है। उम्मीदवारों की हार जीत उनकी व्यक्तिगत हार जीत नहीं बल्कि संगठन की हार जीत होती है। कांग्रेस के पांच न्याय 25 गारंटी को हमें जनता के समक्ष पूरी तरह से रखना होगा ताकि आम जनता मोदी द्वारा दी गई झूठी गारंटी और कांग्रेस द्वारा पूर्व में दी गई गारंटी और आगामी चुनाव के लिए दी जा रही गारंटी की तुलना कर सके। बैठक में पांच न्याय 25 गारंटी अभियान के संबंध में विस्तृत चर्चा तथा बूथ लेवल एजेंट पंजीकरण की अद्यतन स्थिति की पूरी जानकारी जिला अध्यक्ष एवं लोकसभा प्रभारी से ली गई और उस पर विस्तृत चर्चा के बाद बचे हुए बीएलए की पंजीकरण के लिए अविलंब दिशा निर्देश दिया गया। नता के बीच वितरित करना है, लोकसभा स्तर पर नेताओं और कार्यकतार्ओं के बीच जिम्मेवारियों का बंटवारा करना है।