Eksandeshlive Desk
खूंटी : जिला विधिक सेवा प्राधिकार खूंटी के तत्वावधान में स्थानीय सिविल कोर्ट परिसर में शनिवार को प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश सह डालसा अध्यक्ष रसिकेश कुमार की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान गठित कुल छह बैंचों के द्वारा मामलों की सुनवाई करते हुए कुल 6177 मामलों का निष्पादन करते हुए एक करोड़ 63 लाख 75 हजार 997 रुपये राशि का समायोजन किया गया। निष्पादित मामलों में न्यायालय में लंबित 421 वाद भी शामिल हैं। इससे पूर्व राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रसिकेश कुमार द्वारा किया गया। मौके पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि यह वर्ष का दूसरा राष्ट्रीय लोक अदालत है, इसमें लंबित वादों के दोनों पक्षों के बीच जीत होती है।
डालसा सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत विभिन्न प्रकार के वादों को सुलझाने का एक सक्षम और सुलभ माध्यम है। राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों के निष्पादन के लिए छह बैंचों का गठन किया गया। जिसमें दीवानी एवं फौजदारी न्यायालय के सभी सुलहनीय प्रकृति के मामले, बैंक ऋण, मोटर यान दुर्घटना, नगर पंचायत, परिवहन विभाग, वन विभाग, उत्पाद विभाग और बिजली संबंधित मामले प्रस्तुत किए गए। लोक अदालत में विभिन्न मामलों के निष्पादन के लिए गठित प्रथम बैंच में अपर जिला जज तृतीय प्राची मिश्रा, अधिवक्ता मुकुल कुमार पाठक, शशि कला कुमारी शामिल रहे। द्वितीय बैंच में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अर्जुन साव, अधिवक्ता मदन मोहन राम एवं कविता कुमारी शामिल रहे। तृतीय बैंच में अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी विद्यावती कुमारी अधिवक्ता आशीष कुमार एवं सुमित कुमार कश्यप शामिल रहे। चतुर्थ बैंच में न्यायिक दंडाधिकारी अमित कुमार सिंहा, अधिवक्ता मिलन कुमार दास और जुनूल होरो शामिल रहे। पंचम बैंच में अस्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष केके सिंह, सदस्य मधु चंदा कुमारी रजक और रूबी कुमारी उपस्थित रहे। जबकि छठे बैंच में उपभोक्ता फोरम की अध्यक्षा रीता मिश्रा सदस्य सुरेश कुमार राय और सदस्य राधा रानी शामिल रहे। यह जानकारी प्राधिकार के सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर ने दी।