Eksandeshlive Desk
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों और राहत व बचाव टीमों से मुलाकात की। उन्होंने तबाही के मंजर को बेहद दुखद बताया और कहा कि हमारी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने इस अकल्पनीय त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया है। प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट में कहा कि अहमदाबाद में हुए हवाई हादसे से हम सभी स्तब्ध हैं। इतने सारे लोगों की अचानक और दिल दहला देने वाली मौत को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। हम उनके दर्द को समझते हैं और यह भी जानते हैं कि जाने वाले पीछे खालीपन छोड़ गए हैं। इस खालीपन को आने वाले कई सालों तक महसूस किया जाएगा। वहीं हादसे में ब्रिटेन, कनाडा और पुर्तगाल के नागरिकों ने भी जान गंवाई है। विदेश मंत्री ने इन देशों के विदेश मंत्रियों से संपर्क साधा है और संवेदना प्रगट की है। एक्स पर उन्होंने बताया कि अहमदाबाद विमान दुर्घटना के संबंध में यूके के विदेश मंत्री डेविड लैमी, पुर्तगाल के विदेश मंत्री पाउलो रंगेल और कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद के संपर्क में हैं। उन्होंने इन नेताओं से अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है और दुख की इस घड़ी में पूरा समर्थन देने की पेशकश की है। प्रधानमंत्री मोदी ने विमान हादसे के दौरान क्षतिग्रस्त हुए मेडिकल हॉस्टल और मेस बिल्डिंग का निरीक्षण किया। उन्होंने अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और परिजनों का ढांढस बंधाया। दुर्घटना में घायल हुए चिकित्सकों और हेल्थकेयर वर्कर्स से भी प्रधानमंत्री ने मुलाकात की और उपचार कर रहे डॉक्टरों से मरीजों की स्थिति की जानकारी ली। इसके बाद प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित कर हादसे के बाद की परिस्थितियों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि कल अहमदाबाद से लंदन जा रहा विमान उड़ान के दो मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 241 की मौत हो गई। अब तक 81 से अधिक शव बरामद किए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने प्लेन क्रैश में जिंदा बचे एकमात्र यात्री से की अस्पताल में मुलाकात : गुजरात के अहमदाबाद में हुई भीषण विमान दुर्घटना ने सिर्फ देश ही नहीं, सारी दुनिया को भी झकझोर दिया है। इस हादसे में 265 लोगों की मौत हो गई, लेकिन एक खुशनसीब यात्री हैं रमेश विश्वास कुमार। वह काल के मुंह से बाहर आ गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इस चमत्कारिक रूप से बचे यात्री से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। अस्पताल के बेड पर लेटे रमेश विश्वास ने बताया, “रनवे पर विमान की रफ्तार बढ़ने के साथ ही मुझे कुछ अजीब सा महसूस हुआ। अचानक 5-10 सेकंड के लिए सब कुछ थम सा गया। फिर एकाएक हरी और सफेद लाइट्स जलीं। ऐसा लगा पायलट ने टेकऑफ के लिए पूरी ताकत लगा दी हो। और फिर… विमान इमारत से टकरा गया। विश्वास ने बताया कि जिस जगह पर वह बैठा था, वह हिस्सा शायद बिल्डिंग के नीचे के हिस्से से टकराया था। ऊपर आग लगी हुई थी और कई लोग उसमें फंस गए थे। शायद मैं सीट के साथ नीचे गिरा और किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहा। दरवाजा टूटा हुआ था, सामने थोड़ी खुली जगह दिखी तो मैं निकलने की कोशिश की। रमेश ने कहा कि उसने दो एयर होस्टेस, एक अंकल-आंटी और अन्य लोगों को जलते देखा। इस हादसे में मेरा बायां हाथ बुरी तरह झुलस गया, लेकिन जान बच गई। वह कहता है, “जैसे ही मैं बाहर आया, आग तेजी से फैल गई। अगर कुछ सेकंड और रुक जाता, तो शायद…।” रमेश और अजय दो भाई हैं जो यूके के लेस्टर शहर में रहते थे। दोनों साथ यात्रा कर रहे थे। तीसरे भाई नयन भी वहीं रहते हैं। उन्होंने टेलीफोन पर बातचीत में कहा, “हमने रमेश से बात की, वह अस्पताल में है और ठीक है। लेकिन अजय की कोई खबर नहीं है। हम लगातार जानकारी का इंतजार कर रहे हैं। नयन ने कहा, “हम अगली फ्लाइट से भारत के लिए रवाना हो रहे हैं। उम्मीद है कि जैसे रमेश सुरक्षित है, वैसे ही अजय के बारे में भी कोई अच्छी खबर मिले।” जब रमेश से पूछा गया कि हादसा कैसे हुआ, तो उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता… मैं कैसे बचा, ये भी समझ नहीं आ रहा।”
अभी तक हादसे की आधिकारिक वजह नहीं पता चल सकी : गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर बाद हुए हृदय विदारक विमान हादसे में 241 लोगों के मारे जाने की पुष्टि एअर इंडिया ने कर दी है। अभी तक हादसे की आधिकारिक वजह नहीं पता चल सकी है। रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने कहा कि शुक्रवार तड़के करीब तीन बजे तक 81 से अधिक शव बरामद हुए हैं। 10 टीमें मौके पर हैं। दुर्घटनाग्रस्त उड़ान एअर इंडिया की ‘171 बोइंग 787-8’ है। यह विमान यहां सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अहमदाबाद पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से घटना की विस्तृत जानकारी ली। साथ ही घटनास्थल का दौरा भी किया। इस अवसर पर शाह ने कहा कि करीब 1000 डीएनए जांच की जानी है। उन्होंने कहा कि महज 10 मिनट बाद उन्हें दुर्घटना की सूचना मिल गई थी। इसके बाद उन्होंने तत्काल प्रधानमंत्री, गुजरात के गृहमंत्री, गृह विभाग के नियंत्रण कक्ष, नागरिक उड्डयन विभाग और नागरिक उड्डयन मंत्री को इसकी जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने तुरंत फोन किया। इसके बाद केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारी राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए। केंद्रीय नागरिक उड्डयनमंत्री राम मोहन नायडू ने पुष्टि की कि ‘विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो’ (एएआईबी) ने औपचारिक जांच शुरू कर दी है। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो नागरिक उड्डयन मंत्रालय का एक प्रभाग है। उसके पास देश में विमान दुर्घटनाओं की जांच करने का जिम्मा है। नायडू ने एक्स पर कहा, ” अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन (आईसीएओ) के अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुरूप एएआईबी ने औपचारिक जांच शुरू कर दी है।” मंत्री नायडू ने कहा, सरकार विस्तृत जांच के लिए विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों वाली एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर रही है। इस बीच, संयुक्त राज्य अमेरिका में विमानन दुर्घटनाओं की जांच के लिए कांग्रेस से अधिकृत राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) ने भारत में जांचकर्ताओं के सहयोग के लिए टीम भेजने की घोषणा की है।
टाटा समूह ने 1 करोड़ रुपये के मुआवजे की घोषणा की : एअर इंडिया ने आधीरात बाद पुष्टि की कि दुर्घटना में बोइंग 787-8, एअर इंडिया की उड़ान 171 में सवार कुल 241 लोग मारे गए हैं, जिनमें 12 चालक दल के सदस्य शामिल हैं। एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति का अस्पताल में इलाज चल रहा है। 12 जून, 2025 को अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए संचालित होने वाली इस उड़ान में 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, सात पुर्तगाली नागरिक और एक कनाडाई नागरिक सवार थे। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एअरलाइन ने अधिक जानकारी प्रदान करने के लिए एक समर्पित यात्री हॉटलाइन नंबर, 1800 5691 444 स्थापित किया है। देश के बाहर से कॉल करने वाले लोग +91 8062779200 पर संपर्क कर सकते हैं। जीवित बचा व्यक्ति भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक बताया गया है। विमान का संचालन कैप्टन सुमित सभरवाल कर रहे थे। 8,200 घंटों की उड़ान का अनुभव रखने वाले सुमित लाइन ट्रेनिंग कैप्टन हैं। उनकी सहायता फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर कर रहे थे,उन्हें 1,100 घंटे की उड़ान का अनुभव प्राप्त था। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) के अनुसार, विमान ने अहमदाबाद से रनवे 23 से 1339 आईएसटी (0809 यूटीसी) पर उड़ान भरी थी। इसने एटीसी को मेडे कॉल किया। उसके बाद, विमान ने एटीसी की कॉल का जवाब नहीं दिया। रनवे 23 से उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान हवाई अड्डे की परिधि के बाहर जमीन पर गिर गया। टाटा समूह ने दुर्घटना में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवारों के लिए 1 करोड़ रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।