बिरसा मुंडा के साहस और संघर्ष को आत्मसात करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि : सुदेश महतो

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Sunil Verma

रांची : धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा सदैव हमारे प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे। बिरसा मुंडा का सम्पूर्ण जीवन राज्य की संपदा जल, जंगल व जमीन की सुरक्षा के लिए समर्पित रहा। राज्य की पहचान यहां की जनजातीय सभ्यता संस्कृति है। प्रदेश के युवाओं को बिरसा मुंडा के योगदान को याद करते हुए जीवन में आगे बढ़ने की आवश्यकता है। बिरसा मुंडा के विचारों को, उनके साहस, संघर्ष को आत्मसात करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उक्त बातें पूर्व उपमुख्यमंत्री सह पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने भगवान बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर सिल्ली में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करने के दौरान कही। सभी राज्यवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हमारा जन्म वीरों की धरती झारखंड पर हुआ है। भगवान बिरसा मुंडा समेत सभी क्रांतिकारियों के सपने का झरखंड बनाना प्रदेश के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है, लेकिन आज वक़्त की मांग है की इसकी अगुवाई राज्य की युवा पीढ़ी करें। आज झारखण्ड 24वें बरस में दाखिल हो रहा है। इन 23 सालों में झारखण्ड ने क्या हासिल किया और सफर कितना बाकी है, इसे लेकर बहस, विश्लेषण होता रहता है। विश्लेषण के आधार पर हमें विकास के सकारात्मक पहलू पर ध्यान देने और इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है।