Dhanbad: रणधीर वर्मा चौक पर 31 मार्च को जमीन बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा पुतला दहन किया गया. बता दें कि, ग्रामीणों पर झूठा मुकदमा किए जाने के विरोध में बरवाअड्डा थाना प्रभारी विक्रम कुमार सिंह और गोबिंदपुर अंचल अधिकरी का पुतला दहन किया गया.
इस दौरान मार्च का नेतृत्व कर रहे हिरालाल महतो ने कहा कि बरवाअड्डा थाना प्रभारी के द्वारा चंद पैसों की लालच में ग्रामीण रैयतों की जमीनों को कब्जा कर रहे भू-माफियाओं को संरक्षण दे रहे हैं. ग्रामीणों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे हिरालाल महतो पर ग्रामीणों की आवाज को दबाने के लिए 5 लाख रंगदारी का झूठा मुकदमा कर फंसाया जा रहा है. जिसमें भू-माफिया मनोज अग्रवाल, नितिन जयसवाल, हरीश गर्ग की थाना प्रभारी से मिलीभगत है.
वहीं, मुख्य रूप से उपस्थित सफीक आलम के अनुसार बरवाअड्डा थाना में भ्रष्टाचारी चरम पर हैं. थाना प्रभारी ने शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे जमीन बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों पर झूठा मुकदमा किया है.
वहीं, हिरालाल महतो के मुताबिक़ रिया महतो और उसके साथियों के द्वारा विवादित रैयत की जमीन पर अवैध रूप से जबरन बाउंडरी किया जा रहा था. जिसकी शिकायत लेकर रैयत और उसके साथ ग्रामीण बरवाअड्डा थाना गए थे, जिन्हें वहां से गाली देकर भगा दिया गया और शिकायत लिया नहीं गया. तभी ग्रामीणों के द्वारा 25 मार्च को ही वरीय पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत की गई थी. इसलिए भू-माफियाओं के साथ थाना प्रभारी और गोबिंदपुर अंचल अधिकारी की मिलीभगत से दिनांक 26 मार्च को भू-माफियाओं के द्वारा ग्रामीणों पर मारपीट, रंगदारी और छिनतई का झूठा मुकदमा किया गया.
जिसके बाद अपना पक्ष रखने ग्रामीण थाना पंहुचे थे, लेकिन वहां उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई. तब रैयतों के द्वारा 26 मार्च को ही ऑनलाइन शिकायत दर्ज की गई.
बरवाअड्डा थाना के द्वारा सनहा संख्या 22/23 दिनांक 26 दर्ज किया गया, जिसकी जांच हेतु स0 अ0 नि0 कलीमुल्लाह खां को आईओ बनाया गया हैं. जमीन बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा 29 मार्च को थाना घेराव का कार्यक्रम के लिए बरवाअड्डा थाना सहित, पुलिस उपाधीक्षक गोबिंदपुर, वरीय पुलिस अधीक्षक को और उपायुक्त से मिलकर पूर्व सूचना दिनांक 27 मार्च को ज्ञापन के माध्यम से दिया था.
जिसके बाद थाना प्रभारी अपना बयान जारी कर कहा है कि थाना घेराव कार्यक्रम की उन्हें सूचना ही नहीं दी गई है. थाना घेराव करने गए 12 नामजद समेत 80 अज्ञात लोगों सभी पर नाजायज भीड़ लगाकर सरकारी काम में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज किया गया. हिरालाल महतो ने कहा कि थाना प्रभारी को सिक्को खनक में गरीबों की पीड़ा सुनाई नहीं दे रही हैं और घूसखोरी में इतने लीन हैं कि वे सत्य को झूठा साबित करने के लिए गरीबों की आवाज दबाने के लिए सरेआम लोकतंत्र की हत्या कर रही हैं. जंहा लोग अपना अधिकार और न्याय की मांग करने वालों पर भी मुकदमों पर मुकदमे किए जा रहे हैं.
ग्रामीणों के द्वारा 26 तारीख को हुए घटना की ऑनलाइन शिकायत दर्ज की गई थी और 29 मार्च के थाना घेराव कार्यक्रम की पूर्व सूचना लिखित रूप में दिनांक 27 मार्च को की गई थी.
जिसके बाद थाना प्रभारी का एक पक्षीय कार्यवाही उनके भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का प्रमाण देती हैं. ऐसे थाना प्रभारी को बर्खास्त कर और गरीबों को न्याय देने की मांग जिला प्रशासन से जमीन बचाओ संघर्ष समिति करती है.
पुतला दहन कार्यक्रम में ये रहे शामिल
पप्पू सिंह, रतिलाल महतो, संतोष कुशवाहा, दिगम्बर महतो, रंजीत महतो, अर्जुन महतो, बीरेंद्र निषाद, राजू महतो, दयानंद महतो, गौतम महतो आदि लोग मौजूद थे.