Eksandeshlive Desk
पश्चिमी सिंहभूम : पश्चिम सिंहभूम जिला मुख्यालय स्थित अनुमंडल कार्यालय परिसर में सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की ओर से एकदिवसीय धरना का आयोजन किया गया। सुबह 11 बजे शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक शामिल हुए। प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य झारखंड की बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था और चाईबासा ब्लड बैंक में एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाए जाने की घटना के विरोध में अपनी आवाज बुलंद करना था। धरना स्थल पर पार्टी नेताओं ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि झारखंड में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा चुकी हैं। अस्पतालों में न दवाओं की व्यवस्था है, न जांच और उपचार की स्थिति संतोषजनक है। उन्होंने कहा कि मासूम बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाए जाने की घटना सरकार की घोर लापरवाही और असंवेदनशीलता का प्रमाण है।
दोषियों पर कठोर कानूनी कार्रवाई करने की मांग उठाई : भाजपा नेताओं ने इस मौके पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की। साथ ही पीड़ित बच्चों और उनके परिजनों को न्याय और मुआवजा देने तथा दोषियों पर कठोर कानूनी कार्रवाई करने की मांग उठाई। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए, तो आंदोलन को व्यापक स्वरूप दिया जाएगा। धरने में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवी शंकर दत्त उर्फ काबू दत्त, हेमंत केसरी, रामानुज शर्मा, पवन शर्मा, जितेंद्र ओझा, रूप सिंह और चंद्र मोहन तीयू सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। सैकड़ों कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने भी धरने में भाग लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन के बाद भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर अपर उपायुक्त प्रवीण किस्पोट्टा को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। नेताओं ने कहा कि मासूमों की जिंदगी के साथ हुई इस घोर लापरवाही पर यदि सरकार ने जल्द एक्शन नहीं लिया, तो भाजपा सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।
