जनकपुर धाम से निकली भार यात्रा, शनिवार को अयोध्या पहुंचेगी

Religious

आशुतोष झा
काठमांडू । नेपाल के जनकपुर से अयोध्या स्थित श्री राम जन्मभूमि में नवनिर्मित भगवान श्री राम मंदिर में 22
जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए जनकपुर धाम से निकली भार यात्रा को शुक्रवार को बीरगंज से प्रस्थान कराया गया। गाजे बाजे और पुष्प वर्षा के बीच मारवाड़ी सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष बाबू लाल अग्रवाल, नेपाल भारत सहयोग मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार बैद, विश्व हिन्दू परिषद, नेपाल के महामंत्री जितेंद्र कुमार सिंह, नेपाल हिन्दू स्वंयसेवक संघ से जुड़े माधव राजपाल आदि गण्यमान्य लोगों ने भार यात्रा को भारत के लिए विदा किया। नेपाल व सीमावर्ती भारत की पुलिस व्यवस्था इस दौरान चुस्त-दुरुस्त प्रतीत हुई। नेपाल भारत सहगोला मंच के अध्यक्ष अशोक कुमार बैद ने बताया कि भार यात्रा को भारत की रक्सौल सीमा तक भव्य विदाई दी गयी। जनकपुर से आए 500 से भी बधिक साधु-संतों तथा महिलाओं को गुरुवार का रात्रि विश्राम रानी सती धर्मशाला में कराया गया। भार यात्रा शनिवार को अयोध्‌या पहुंचेगी जहाँ इसे कि 6 जनवरी को राम मंदिर कमिटी को सौंपा जायेगा। जनकपुर धाम के जानकी मंदिर के महंत राम रोशन दास इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं।

बस भार यात्रा में श्री राम जानकी की झांकी भी सम्मिलित है। भार में उपहार स्वरूप प्रभु श्री राम- जानकी के लिए चांदी की
चरण- पादुका भी शामिल है। इसके अलावा सोने, चांदी और मोती से निर्मित आभूषण के सँग पंचमेवा, मिष्ठान, फल-फूल,
पान, मखान, श्रृंगार के सामान, बस्त्र, फर्नीचर आदि सहित 1100 से भी अधिक भार शामिल हैं। जनकपुर से अयोध्‌या धाम के बीच निक‌ले इस भार यात्रा के सुरक्षित और गंतव्य तक सहजता से पहुंचने के लिए बीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास के अधिकारी भी बेहद सक्रिय थे। दूतावास के वाणिज्य दूत शशि भूषण कुमार के अनुसार भारत के क्षेत्र में यात्रा पथ के सुरक्षित गमन के लिए पुलिस प्रशासन को कोआर्डिनेट किया गया है। नेपाल भारत सहयोग मन्च के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशाक कुमार बैद ने कविता पाठ करते हुए कहा किशोरी जी के नैहर से चली भार, प्रेम, आशीय और श्रद्धा से पहुंचेगा श्री राम के द्वार।