Eksandeshlive Desk
रांची : रांची के लालपुर स्थित सिटी पैलेस होटल में कहानिका राष्ट्रीय अधिवेशन सह- अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का सफल आयोजन किया गया। साहित्यकारों कलमकारों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि सरोज झा (प्रांतीय महासचिव राष्ट्रीय कवि संगम झारखंड इकाई), विशिष्ट अतिथि कमल बोस (प्रोफेसर हिन्दी विभाग संत जेवियर्स कॉलेज रांची), विशिष्ट अतिथि पवन झा (निदेशक तकनीकी इंस्टीट्यूट रांची), विशिष्ट अतिथि रेणु झा ‘रेणुका’ और श्याम कुंवर भारती सभा अध्यक्ष (प्रधान संपादक कहानिका सह महासचिव महिला कल्याण समिति धोरी बोकारो) ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके बाद रेणु झा ने गणेश वंदना, खुशबू बरनवाल ने सरस्वती वंदना, देवी गीत श्याम कुंवर भारती, स्वागत गीत रेणुबाला धार और ऋतुराज वर्षा ने किया। इसके बाद रंगोली सिन्हा एवं उनके ग्रुप ने मनमोहक और आकर्षक स्वागत नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया।
अतिथियों, प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों का स्वागत भाषण मधुमिता साहा (उप संपादक कहानिका झारखंड अध्याय सह आयोजन प्रभारी) ने किया। मंच का शानदार संचालन राज्य प्रभारी एन के पाठक निराला ने किया। राकेश रमण, डॉ उर्मिला सिन्हा आदि ने मंच की शोभा बढ़ाई। विजय राजगढ़िया ने इस कार्यक्रम में विशेष योगदान दिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में मधुमिता साहा का सराहनीय सहयोग रहा। साथ में
राकेश रमण, सुमिता सिन्हा, रूपा कुमारी अनंत, ऋतुराज वर्षा, सुनीता अग्रवाल, अंशिता सिन्हा, रंगोली सिन्हा, शिव प्रसाद, सीमा कुमार, खुशबू बरनवाल, निर्मला करण, कौशल कुमार प्रोफेसर उर्मिला देवी आदि ने भरपूर सहयोग किया।
कृष्णा नंद कनक पटना ने पूरे कार्यक्रम की शानदार वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की। कार्यक्रम में कहानिका के सौजन्य से सोपिजन प्रकाशन गुजरात द्वारा प्रकाशित कहानी सांझा संकलन, श्याम कुंवर भारती की लिखी पुस्तक ‘धरती पुत्र महामानव’ और ‘आत्मा की शांति’ कहानी का विमोचन मुख्य अतिथि सरोज झा, विशिष्ट अतिथि कमल बोस और पवन झा ने किया।
आयोजन में किरण राज (उप राज्य प्रभारी) डालटनगंज, रेणुबाला धार, निर्मला कर्ण, डॉ उर्मिला सिन्हा, नीता शेखर विषिका , अनिल सिन्हा गुड्डू, संगीता वर्मा, सरोज गर्ग, ऋतुराज वर्षा, सुनीता कुमारी, रिंकू बनर्जी, कुमार नंद , सुरेश निराला, सुनील सिंह ज्वलंत (बोकारो), टीडी नायक बेरमो, टीसी महतो नावाडीह बोकारो और श्याम कुंवर भारती आदि साहित्यकारों ने बहुत ही सराहनीय काव्य पाठ किया। जिसे दर्शकों ने भरपूर तालियों से सराहा। अंत में धन्यवाद ज्ञापन श्याम कुंवर भारती ने किया।