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रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गयी
रांची: नेपाल में विगत रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। उस समय 37 लोगों के मौत की खबर आई। काठमांडू पोस्ट के मुताबिक, अभी तक यह आंकड़ा 200 पहुंच गया। सैकड़ों घरों के नुकसान की भी खबर है। हालांकि इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं आया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए नेपाली मीडिया के मुताबिक, भूकंप का केंद्र काठमांडू से 331 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में 10 किमी जमीन के नीचे था। जाजरकोट और रुकुम पश्चिम जिले में भूकंप का असर सबसे ज्यादा देखा गया। यहां अब तक 105 और 36 लोगों की मौत हो चुकी है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड हालात का जायजा लेने जाजरकोट पहुंच चुके हैं। भूकंप का असर भारत में भी देखने को मिला। दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और बिहार की राजधानी पटना में झटके महसूस किए गए। हालांकि भारत में किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। सैकड़ों घरों के नुकसान की भी खबर है। हालांकि इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं आया है। बताया जा रहा है कि भूकंप के कारण ज्यादातर लोगों की मौत पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिलों में हुई है। भूकंप के बाद जाजरकोट में चार से अधिक तीव्रता वाले कम से कम चार झटके और आये। जिसकी वजह से यहां इतनी तबाही मची है। प्रधानमंत्री के निजी सचिवालय के मुताबिक, जाजरकोट भूकंप में 92 लोगों की मौत हो गयी है और 55 लोग घायल हुए हैं। वहीं, रुकुम वेस्ट में 36 लोगों की मौत हो गयी है और 85 लोग घायल हो हुए हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने भूकंप से हुई लोगों की मौत पर दुख जताया है। वे आज सुबह खुद एक चिकित्सकीय दल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गये हैं। उन्होंने बचाव और राहत के लिए तीन सुरक्षा एजेंसियों (नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल) को तैनात किया गया है। जजरकोट में कल रात आए भूकंप से के कारण काफी नुकसान हुआ। भेरी अस्पताल, कोहलपुर मेडिकल कॉलेज, नेपालगंज सैन्य अस्पताल और पुलिस अस्पताल को भूकंप प्रभावितों के लिए समर्पित अस्पताल बनाया गया है। नेपाल में सभी हेली-आॅपरेटरों को तैयार रहने के लिए कहा गया है और प्रभावित क्षेत्रों से घायलों को एयरलिफ्ट करने की सुविधा के लिए नियमित उड़ान आवाजाही निलंबित कर दी गई है। नेपालगंज हवाई अड्डे और सैन्य बैरक हेलीपैड पर एक एम्बुलेंस तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। नेपाल के अधिकारीपड़ोसी देश नेपाल एक बार फिर भूकंप की चपेट में हैं। शुक्रवार रात 11 बजकर 47 मिनट पर यहां भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गयी। जिसका केंद्र जाजरकोट जिले के लामिडांडा में था। इस भूकंप के तेज झटकों के कारण अब तक 128 लोगों की मौत की खबर है. वहीं कई लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है।अभी मौत के आंकड़ों में इजाफा हो सकता है। कुछ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मोदी ने कहा- मुश्किल घड़ी में हम नेपाल के साथ नेपाल के ढट पुष्प कमल दहल प्रचंड ने तीनों सिक्योरिटी एजेंसियों को रेस्क्यू आॅपरेशन में जुटने के निर्देश दिए हैं। वहीं ढट मोदी ने भी नेपाल के भूकंप मरने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्ति की हैं। उन्होंने मुश्किल घड़ी में नेपाल की मदद करने का भरोसा जताया।