आदिवासियों के हृदय में बसते है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: राधा मोहन दास अग्रवाल

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11 फरवरी को राँची में होगा विशाल जनजाति सम्मेलन, विभिन्न राज्यो से जनजाति समाज के लाखों लोग होंगे शामिल

sunil verma
रांची : 11 फरवरी तिलका मांझी के जयंती के दिन जनजाति सम्मेलन कर उनकी शहादत को सम्मान करेगी भाजपा एसटी मोर्चा भारत के विभिन्न जनजाति समाज अपने-अपने पारंपरिक परिधान, पारंपारिक वाद्य यंत्र, नृत्य संगीत के साथ होंगे शामिल। 11 फरवरी को रांची में होने वाले विशाल जनजाति सम्मेलन के लिए भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के पूर्वोत्तर राज्यों के मोर्चा के पदाधिकारियों एवं प्रदेश मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में मुख्य रूप से भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री एवं एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष बाबुलाल मरांडी, एसटी मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष राजयसभा सांसद समीर उराँव, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उराँव,राष्ट्रीय महामंत्री कलीराम मांझी, राष्ट्रीय मंत्री एवं प्रभारी निक्की हेम्ब्रम, मोर्चा प्रभारी रामकुमार पाहन, छत्तीसगढ़ एसटी मोर्चा अध्यक्ष विकास मरखाम, उड़ीसा एसटी मोर्चा अध्यक्ष विधायक नित्यानंद गोंड , बंगाल एसटी मोर्चा महामंत्री मेघा सोरेन, महामंत्री आशुतोष सरदार उपस्थित हुए। बैठक के बाद प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री मोर्चा एवं राष्ट्रीय प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदिवासी समाज के लोगो के हृदय में बसते है। उन्होंने कहा कि तीन राज्यों के चुनाव परिणाम ने यह स्पष्ट कर दिया कि आदिवासी समाज ने पूरी ताकत और समर्पण के साथ दिल खोलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा के प्रति अपना विश्वास व्यक्त किया है।उन्होंने कहा कि मोदी जी के नीतियों एवं पिछले 9 वर्षों में आदिवासी समाज के लिए किए गए उनके कार्यो के साथ साथ आदिवासी समाज को सामाजिक एवं राजनीतिक प्रतिष्ठा से आदिवासी समाज पूरी तरह उत्साहित है। उन्होंने कहा कि 75 वर्षो में पहली बार किसी आदिवासी समाज की बेटी को राष्ट्रपति बनाना,देश के सभी आदिवासी महापुरुषों के सम्मान करना, धरती आबा बिरसा मुंडा की जन्मजयंती पर जनजातीय गौरव दिवस की घोषणा, मोदी कैबिनेट में 8 आदिवासी मंत्री बनाना, पीएम जन मन योजना के माध्यम से आदिवासियों का सतत विकास सहित कई ऐसे कार्य देश के 10-12% आदिवासी आबादी को भाजपा और मोदी के साथ जोड़ती है। उन्होने कहा कि 11 फरवरी को राँची में लाखो की संख्या में विशाल जनजाति सम्मेलन आयोजित की जाएगी। यह सम्मेलन की तिथि 11 फरवरी तिलक मांझी के जयंती दिवस के दिन तय गयी है। यह सम्मेलन के माध्यम से बाबा तिलका मांझी के शहादत को राष्ट्रीय पटल पर सम्मान देने का कार्य होगा।उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में झारखंड, बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश, असम, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय राज्यों के लोग भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन से झारखण्ड की राजनीति का चमत्कारी परिवर्तन होगा, यह एक प्रकार का गेम चेंजर साबित होगा। प्रेस वार्ता में एसटी मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यसभा सांसद समीर उराँव, मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उराँव, मोर्चा प्रभारी रामकुमार पाहन,भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अशोक बड़ाईक, मोर्चा महामंत्री बिंदेश्वर उराँव, राजेन्द्र मुंडा उपस्थित थे।।