कीर्तन मंडली के मृतक सदस्यों को दी गई श्रद्धांजलि
इचाक / हजारीबाग: लक्ष्मी नारायण मंदिर बड़ा अखाड़ा से कार्तिक माह तक धर्म जागरण एवं मंदिर जागृत अभियान के अंतर्गत एक माह तक चलने वाली प्रभात फेरी श्रद्धा और उत्साह के साथ चरम पर है। यह धार्मिक आयोजन समाज में धर्म, संस्कृति और मंदिरों के प्रति जागृति लाने के उद्देश्य से वर्षों से किया जा रहा है। प्रभात फेरी प्रतिदिन प्रातःकाल बड़े अखाड़ा परिसर से प्रारंभ होकर नगर के कई मार्गों से होकर गुजरती है। फेरी में भक्तजन भजन-कीर्तन, जयकारों और धर्म संदेशों के माध्यम से लोगों को भारतीय संस्कृति एवं सनातन मूल्यों से जोड़ने का आह्वान कर रहे हैं।आयोजकों ने बताया कि यह अभियान पूरे एक माह में संपन्न होता है। 5 नवंबर तक धर्मप्रेमियों से अधिक से अधिक संख्या में जुड़ने की अपील की गई है। उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और संस्कृति संरक्षण का प्रतीक है।धर्म प्रेमी नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे अपने आस-पास के लोगों को भी इस अभियान से जोड़ें और प्रभात फेरी में भाग लेकर धर्म जागरण के इस पुनीत कार्य को सफल बनाएं। इधर सक्रिय भूमिका निभाने वाले कीर्तन भजन मंडली के भक्तगण रामकिसुन वैद्य, भुनेश्वर साव,धनेश्वर विश्वकर्मा, राजू राम की आकस्मिक निधन होने पर सोमवार को प्रभात फेरी संपन्न होने के बाद बड़ा अखाड़ा परिसर में शोक सभा आयोजित कर आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन धारण किया गया। मौके पर मौके पर प्रकाश राम, सुन्दर सोनी, महेश वैध, विशेश्वर वैध, पन्नु राम, बीरू पाण्डेय, गजेंद्र प्रजापति, कौशल मेहता, दुखन मोदी,उमेश कपरदार, महेंद्र गोप, गोविंद केसरी,पप्पू पांडेय, राजेश विश्वकर्मा,राजू वर्मा, राजेंद्र प्रजापति, रवि शंकर, अर्जुन स्वर्णकार, प्रवीण कुमार, पप्पू पांडे, जितेंद्र पांडे, उमेश पांडे पुजारी, महेश सोनी, कैलाश राम, नारायण प्रजापति, विनोद विश्वकर्मा, नीरज वैध, डॉ उत्तम बंगाली, प्रकाश मेहता, भुनेश्वर रविदास, महेंद्र मेहता, वशिष्ठ दास समेत दर्जनों की संख्या में सनातनी शामिल थे।
