हजारीबाग मे पोशाक घोटाले की शिक्षा विभाग की टीम ने की जांच

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Eksandeshlive Desk
हजारीबाग: जिले में 1.72 लाख बच्चों को पोशाक की राशि डीबीटी के माध्यम से छात्रों को ना देकर खुद ही अपने चहेते के माध्यम से पोशाक आपूर्ति का ठेका देने का मामला जिला शिक्षा अधीक्षक हजारीबाग संतोष गुप्ता के लिए गले का फांस बनता जा रहा है। बुधवार को इसी प्रकरण को आगे बढ़ाते हुए प्राथमिक शिक्षा निदेशक नेहा अरोड़ा सहित तीन सदस्यीय दल हजारीबाग पहुंचा और करीब पांच घंटे तक जांच पड़ताल की। इस दौरान जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में रखे गए पोशाक से संबंधित दस्तावेज भी जब्त जांच समिति अपने साथ ले गई है। जांच के दौरान टीम ने आपूर्तिकर्ता, बीइइओ आदि से भी पूछताछ की और चरही स्थित मारशल प्राथमिक बुनकर समिति का भी निरीक्षण किया। करीब 12 बजे जांच दल हजारीबाग पहुंचा और संध्या करीब पांच बजे रांची वापस लौट गया। जांच टीम के पहुंचने के बाद पूरे दिन जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में हड़कंप मचा रहा और जांच दल में प्राथमिक शिक्षा निदेशक के अलावा उप निदेशक शिवेंद्र कुमार सहित एक अन्य पदाधिकारी शामिल थे। ज्ञात हो कि पूरे प्रकरण में नेता विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने विधानसभा सत्र में इसी पोशाक घोटाले को लेकर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर जांच का आग्रह किया था। पोशाक आपूर्ति में नियमों की अवहेलना और भ्रष्ट अधिकारी पर कार्रवाई की बात कहीं थी। 27 दिसंबर बाबूलाल और 28 को नेता विपक्ष ने पत्र लिखा था।
प्रधानमंत्री से केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री करेगी शिकायत, झारखंड में बच्चों के पोशाक में भी हो रही लूट हजारीबाग में खाते में पैसा ना भेजकर पोशाक आपूर्ति मामले के केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने पूरे प्रकरण में राज्य सरकार पर हमला बोला है। कहा कि इस राज्य में अब बच्चों का पोशाक भी सुरक्षित नहीं है। अधिकारी बेलगाम हो गए है। बताया कि राज्य में हजारीबाग में हुए इस खेल की शिकायत वे पीएम से करेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री को भी इसकी लिखित जानकारी देंगे।